धरती पर वही पिता धनवान है जिसकी संतान गुणवान है- पं. शास्त्री
निम्बाहेड़ा। नगर की आदर्श कॉलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का सात दिवसीय षष्ठम पाटोत्सव के अंतर्गत आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन देवी महालक्ष्मी के प्राकट्य की कथा का वर्णन हुआ। इस अवसर पर आयोजित संगीतमय कथा में श्रद्धालु महिलाओं ने नृत्य कर महालक्ष्मी का प्राकट्य उत्सव मनाया।

धरती पर वही पिता धनवान है जिसकी संतान गुणवान है- पं. शास्त्री
*श्रीमद् देवी भागवत कथा के तीसरे दिन हुआ देवी महालक्ष्मी के प्राकट्य कथा का वर्णन*
*श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के षष्ठम पाटोत्सव पर आयोजित कथा में झूमे श्रद्धालु*
निम्बाहेड़ा। नगर की आदर्श कॉलोनी स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का सात दिवसीय षष्ठम पाटोत्सव के अंतर्गत आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के तीसरे दिन देवी महालक्ष्मी के प्राकट्य की कथा का वर्णन हुआ। इस अवसर पर आयोजित संगीतमय कथा में श्रद्धालु महिलाओं ने नृत्य कर महालक्ष्मी का प्राकट्य उत्सव मनाया।
श्रीमद् देवी भागवत कथा आयोजन एडवोकेट श्याम पुष्पा शर्मा ने बताया कि श्री साकेत धाम आश्रम रतलाम के प्रसिद्ध कथा वाचक श्रद्धेय पंडित श्री मृदुल कृष्ण जी शास्त्री ने कथा सुनाते हुए व्यास आश्रम पर नारद जी के आगमन एवं सूत जी द्वारा शौनक ऋषि को सुखदेव जन्म की कथा सुनाने सहित समुद्र मंथन के द्वारा देवी महालक्ष्मी के प्राकट्य के बारे में वृत्तांत सुनाया। इस दौरान देवी महालक्ष्मी के प्राकट्य की जीवंत झांकी भी सजाई गई।
श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर के षष्ठम पाटोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद् देवी महापुराण कथा के तीसरे दिन कथा वाचक श्री मृदुलकृष्ण जी शास्त्री ने व्यासपीठ से कहा कि संसार के समस्त ग्रंथों में उस पिता को सर्वाधिक धनवान बताया गया है, जिनकी संतान सु संस्कारों से युक्त होती है, वही जिनकी औलाद बिगड़ी हुई होती है, उनका जीवन जीना भी मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि सच्चे मन से किए गए पूजा पाठ कभी निरर्थक नहीं जाते हैं क्योंकि पुण्य की जड़ पाताल में भी हरी होती है, इसलिए इस सांसारिक जीवन में होता वही है, जो ईश्वर चाहता है।
पंडित शास्त्री ने कहा कि श्रीमद् देवी भागवत कथा सुनने वालों की मुक्ति के मार्ग को खुलने से कोई रोक नहीं सकता है। तीसरे दिन की कथा समापन के अवसर पर क्रय विक्रय सरकारी समिति निंबाहेड़ा के पूर्व अध्यक्ष कैलाश सिंह बडोली, एडवोकेट श्याम शर्मा सहित उपस्थित अतिथियों ने महा आरती की। संगीतमय कथा आयोजन के दौरान कथा पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु पुरुष एवं महिलाओं ने भाव विभोर होकर नृत्य किया एवं देवी के जयकारे लगाए।
कार्यक्रम आयोजक एडवोकेट श्याम पुष्पा शर्मा ने बताया कि श्रीमद् देवी महापुराण कथा का आयोजन प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से सायं 5 बजे तक होगा। एडवोकेट शर्मा ने समस्त धर्मप्रेमी क्षेत्रवासियों से इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने का आग्रह किया है।