बीसलपुर डेम 8 वीं बार मुस्कराया” खिलखिला कर मुक्त हुआ पानी

बीसलपुर डेम 8 वीं बार मुस्कराया” खिलखिला कर मुक्त हुआ पानी

पूजा अर्चना के साथ खोले डेम के गेट पहली बार जुलाई में खुले गेट

          (दिलखुश टाटावत)
देवली। बीसलपुर डेम के निर्माण के बाद 24 जुलाई को डेम के पूर्ण जलभराव के लिए एक ‘”रिकॉर्ड” बन गई। वर्ष 2004 के बाद बीसलपुर डेम का ये रिकॉर्ड अगस्त माह में भरने का रहा है। लेकिन 24 जुलाई को यह मिथक भी टूट गया। कुल मिलाकर कहे तो डेम के गेट खुल गए और डेम की दीवारों में एक वर्ष से हिलोरें मार रही लहरें इस कदर झूमकर निकली कि ये दृश्य देखकर मौके के गवाह रहे लोग आल्हादित हो उठे। इस ऐतिहासिक क्षण को अपने कैमरे, मोबाईल फोन में कैद करने के लिए जुट गए। इससे पहले परियोजना के अधिकारियों ने सभी आवश्यक तैयारियां पूरी की। गुरुवार शाम स्थानीय विधायक राजेंद्र गुर्जर, जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा, बीसलपुर परियोजना के अधीक्षण अभियंता समेत कई अधिकारी डेम पर पहुँचे तथा डेम के नियंत्रण कक्ष में विधिवत पूजा-अर्चना की। हालांकि इस कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री को भी आना था। लेकिन वे नहीं पहुंचे।


बाद में अतिथियों ने यहां “स्कॉडा सिस्टम” के जरिए गेट संख्या 10 करीब एक मीटर खोलकर 6010 क्यूसेक पानी की निकासी बनास नदी में की। जैसे ही डेम से आजाद लहरों ने नदी में कुलांचे भरी तो हर्ष और उल्लास से भर उठे। इस दृश्य को देखने के लिए डेम पर सुबह से ही भारी संख्या में भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। इस दरम्यान बनास की लहरों को अपने फोन में कैद करने के लिए लोगो का हुजूम लगा रहा। पुलिस प्रशासन को भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। लोग बीसलपुर के गेट की तरफ तक की लगाए बैठे रहे। इस दौरान उपखंड अधिकारी रूबी अंसार, डीएसपी रामसिंह, थाना प्रभारी दौलत राम गुर्जर सहित परियोजना के अभियंता मौजूद थे। इसी तरह भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान, भाजपा नेता नरेश बंसल, प्रधान देवली बनवारी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह राणावत आदि मौजूद थे।

यह रहे आंकड़े और यूं भरा डेम
बीसलपुर डेम में 2 जुलाई को कैचमेंट एरिया भी भारी वर्षा के कारण त्रिवेणी पर 8 मीटर का सर्वाधिक गेज दर्ज हुआ। सुबह डेम का जलस्तर 312.64 मीटर था, जो जलावक के चलते 3 जुलाई को 313.42 मीटर पहुँच गया। फिर त्रिवेणी में उतार आता गया। आंकड़ो के मुताबिक गर 14 जुलाई को डेम का जलस्तर 314 मीटर और 20 जुलाई को 315 मीटर पहुँच गया। हालांकि त्रिवेणी का गेज 3.20 से 3.40 मीटर के बीच झूलता रहा। लेकिन अजमेर जिले में हुई भारी वर्षा से डाई नदी में उफान आया। ये ही पानी बनास नदी में आया। नतीज़न 21 जुलाई को शाम तक डेम का जलस्तर 315.25 के ऊपर चला गया। वहीं गुरुवार शाम तक पूर्ण जलभराव हुआ। बीते 19 दिनों में करीब 2 मीटर पानी आया 2 जुलाई से लेकर 22 जुलाई तक बीते 19 दिनों में बीसलपुर डेम में करीब 2 मीटर पानी की रिकॉर्ड आवक हुई। खास बात यह रही कि डेम भरने के लिए चित्तौड़ जिले के गम्भीरी डेम, मातृकुंडिया डेम इस बार बनास नदी को उतना सहयोग नही कर पाए। इस बार मांडलगढ़ का गोवटा, जैतपुरा, कोठारी बांधो से जरूर पानी छलका और वही बनास में आया। इस बार भी मैनाली विश्वनीय बनी रही, बेड़च अपेक्षाकृत नही चली, डाई से इस बार अपेक्षाकृत अधिक पानी आया, जो डेम को आखरी पड़ाव तक ले गया। खारी इस बार भी खरी नही उतरी।

इन वर्षों में डेम हुआ ओवरफ्लो
बीसलपुर डेम में पहली बार 2004 मे ओवरफ्लो हुआ, उसके बाद वर्ष 2006 में, फिर 2014 में, चौथी बार वर्ष 2016 में, पांचवीं बार वर्ष 2019 में, छठी बार वर्ष 2022 में, सातवीं बार वर्ष 2024 में आठवीं बार 22 जुलाई 2025 को पूर्ण भरा है। इस तरह से बीते 21 वर्षो में डेम 8वी बार पूर्ण भरा है। लेकिन जुलाई माह में यह पहला मौका है सिंचाई के लिए इस बार भी मिलेगा काश्तकारों को पानी बीसलपुर के भरने के साथ टोंक जिले के काश्तकारों के होठों पर मुस्कान तैरने लगी है। इसका सीधा मतलब ये है कि डेम की दाई व बाई मुख्य नहरों में इस बार भी दिसम्बर तक सिचाई के लिए पानी छोड़ा जाएगा। जिससे जिले में गेहूं, सरसों की बम्पर पैदावार होगी। बता दें बीसलपुर डेम टोंक, जयपुर, अजमेर, ब्यावर सहित जिलों की लाइफ लाइन है। जिन्हें बांध से जलापूर्ति होती हैं। उधर, प्रशासन ने लोगों को डाउनस्ट्रीम जल भराव क्षेत्र से दूर रहने की सलाह दी गई है।

8 वर्ष बाद भरा था डेम
बीसलपुर डेम दूसरी बार वर्ष 2006 में पूरा भरा था। लेकिन इसके बाद पूर्ण भराव को एक लंबी अवधि का इंतजार करना पड़ा। इसके बाद 8 साल बाद वर्ष 2014 में तीसरी बार जाकर बीसलपुर बांध पूर्ण जल भराव को प्राप्त हुआ। यह ब्लैक टाइम रहा। वही वर्ष 2024 और इस बार 25 में डेम पूर्ण भराव पूरा कर रहा है।