जैविक खेती के संदेश यात्री का किया कृषि केन्द्र पर स्वागत
बड़ी सादड़ी श्री अजय पाल सिंह राठौड़ ने गांव मेवानगर से 1 अगस्त को अपनी साइकिल यात्रा का प्रारंभ "ज़हर मुक्त राजस्थान" के नारे के साथ किया।

जैविक खेती के संदेश यात्री का किया कृषि केन्द्र पर स्वागत
11 सितंबर
राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा
बड़ी सादड़ी श्री अजय पाल सिंह राठौड़ ने गांव मेवानगर से 1 अगस्त को अपनी साइकिल यात्रा का प्रारंभ "ज़हर मुक्त राजस्थान" के नारे के साथ किया।
यह यात्रा कुल 4000 km की हैं जो की राजस्थान के प्रत्येक जिले से होते हुए 30 सितम्बर को जयपुर में पूर्ण होगी। अभी तक श्री राठौड़ ने बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर, बीकानेर, श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, बारां, कोटा एवं भीलवाड़ा होते हुए आज 11 सितंबर को चित्तौड़गढ़ पहुंचे। यहां कृषि विज्ञान केन्द्र में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ रतन लाल जी सोलंकी ने बताया गया है कि, रजनीश बसवाल, केंद्र के कार्यक्रम सहायक दीपा इंदोरिया, संजय धाकड़, राजू गुर्जर के नेतृत्व में किसानों ने माला पहना कर स्वागत किया। श्री राठौड़ की यात्रा यहां से आगे प्रतापगढ़ बांसवाड़ा डूंगरपुर उदयपुर होते हुए आगे बढ़ेगी।
श्री अजयपाल को यह प्रेरणा उनके जैविक जगत के गुरु श्री ताराचंद बिलजी से प्राप्त हुई है। वे इस कार्य में पिछले 15 सालों से कार्यरत है।
उनका मानना है कि खेती में यदि पंचमहाभूत पूर्ण होते हैं तो फसल भी अच्छी होती हैं और कोई बीमारी भी नहीं होती। यही पंचमहाभूत पूर्ण भोजन यदि हम खाते हैं तो हमें भी किसी प्रकार की बीमारी नहीं होती। इसलिए पंचमहाभूत पूर्ण जैविक खेती को अपनाओ, आपणी धरती को बचाओ यहीं मेरा संदेश है। यह जानकारी चित्तौड़गढ़ जिले कृषि विज्ञान केंद्र वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रतन लाल जी सोलंकी ने दी