कश्मोर पावटिया बालाजी मंदिर में गूंजे मीराबाई के जयकारे

प्रेम दीवानी मीरा कृष्ण को रिझाने करती थी नृत्य : हरे कृष्ण प्रभु मेवाड़ महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 महंत श्री चेतन दास महाराज के सानिध्य में आयोजित मीरा मैया मंगल महोत्सव के तृतीय दिवस की शुरुआत गो पूजन से हुई । कथा व्यास हरे कृष्णा प्रभु बावड़ी के बालाजी के दर्शन कर यज्ञशाला की परिक्रमा करते हुए कथा पांडाल में पहुंचे। अनूपदास महाराज द्वारा व्यासपीठ का पूजन के पश्चात कार्यक्रम की भूमिका एवं प्रयोजन को संक्षिप्त में बताया गया। महाराज ने सभी को प्रभु के प्रेम की विरहा अग्नि में तप कर अपने जीवन को धन्य बनाने का मार्ग बताया।

कश्मोर पावटिया बालाजी मंदिर में गूंजे मीराबाई के जयकारे
कश्मोर पावटिया बालाजी मंदिर में गूंजे मीराबाई के जयकारे

निहाल दैनिक समाचार पत्र

कपासन ब्यूरो चीफ शोभा लाल जाट

कश्मोर के पावटिया स्थित बावड़ी के बालाजी मंदिर परिसर में पांच दिवसीय मीरा मैया कथा महोत्सव में मंगलवार को भक्तिमती मीराबाई के बाल्यकाल जीवन का वर्णन व्यास पीठ से किया गया। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गो पुष्टि मारुति महायज्ञ से दिन की शुरुआत के बाद कथा का शुभारंभ हुआ। महोत्सव के संयोजक अनुजदास महाराज ने कार्यक्रम की रूपरेखा समझाते हुए गोपी भाव की व्याख्या कर तुलादान के महत्व को समझा कर लोगों को जीवन में एक बार अपने वजन के बराबर गोग्रास गोवंश को अर्पित करने के लिए प्रेरित किया। मीरा के जन्म की कथा सुनते हुए सभी भक्त उत्साह से झूमने लगे। सभी को बधाई देकर बड़े ही दिव्य रूप से जन्मोत्सव को मनाया गया। इस बीच मीरा मंडल भीमखंड ने जन्मोत्सव में 11 हजार की भेंट राशि दी गई। व्यासजी ने जन्माष्टमी के प्रसंग का वर्णन कर संकीर्तन व आरती के साथ कथा को विश्राम दिया। इधर, कथा श्रवण के लिए हजारों की संख्या में श्रद्वालु पहुंच रहे हैं। कथा महोत्सव महामंडलेश्वर चेतनदास महाराज के निर्देशन में हो रहा है।