गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर भजन कलाकारों द्वारा गणपति वंदना कर भजन संध्या का किया शुभारंभ 

बड़ीसादड़ी नगर के प्रमुख आश्रम स्वामी गोपाल पुरुषोत्तम सत्संग आश्रम में दो दिवसीय पूर्णिमा महोत्सव के तहत रविवार रात्रि विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया।

गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर भजन कलाकारों द्वारा गणपति वंदना कर भजन संध्या का किया शुभारंभ 

गुरु पूर्णिमा महोत्सव पर भजन कलाकारों द्वारा गणपति वंदना कर भजन संध्या का किया शुभारंभ 

  संवादाता  रामसिंह मीणा रघुनाथपुरा

3जुलाई

बड़ीसादड़ी नगर के प्रमुख आश्रम स्वामी गोपाल पुरुषोत्तम सत्संग आश्रम में दो दिवसीय पूर्णिमा महोत्सव के तहत रविवार रात्रि विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया।

आपको बता दें कि स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज द्वारा बताया गया कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गोपाल पुरुषोत्तम आश्रम में दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव मेला का आयोजन किया गया। जिसमें बाहर से आए हुए कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतियां दी गई।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम चिकाडा से आए हुए भजन कलाकारों द्वारा गणपति वंदना कर भजन संध्या का शुभारंभ किया गया। उसके पश्चात मध्यप्रदेश की सुप्रसिद्ध गायिका जय श्री सोलंकी द्वारा एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। जय श्री सोलंकी द्वारा भगवान सांवलिया सेठ के ऊपर शानदार भजनो की प्रस्तुति से उपस्थित महिला श्रद्धालुओं को नाचने पर मजबूर कर दिया।

कार्यक्रम में इंटरनेशनल कलाकार गिनीज बुक, लिम्का बुक को मिलाकर 10 अवार्ड से सम्मानित कलाकार गोल्ड मेडलिस्ट आरके तिवारी उर्फ दुकान जी द्वारा उपस्थित श्रोताओं के सामने शानदार मूंछ नृत्य प्रस्तुत किया गया। दुकान जी द्वारा अपनी मूछों के ऊपर मोमबत्तियां बांधकर उनको जलाकर शानदार मूंछ नृत्य का प्रदर्शन किया। उपस्थित श्रोता द्वारा जोरदार तालियां बजाकर दुकान जी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में कोटा के सपेरा टीम द्वारा जीवित नाग के साथ रोमांचित सपेरा नृत्य किया गया ।सपेरे द्वारा नाग को अपने गले में डाल कर शानदार नृत्य की प्रस्तुति दी गई। जिससे उपस्थित श्रोता सपेरा नृत्य को देखकर रोमांचित हो उठे।

कार्यक्रम के अंत में भारत की सुप्रसिद्ध भजन गायिका आशा वैष्णव द्वारा एक से बढ़कर एक शानदार भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। आशा वैष्णव द्वारा अपने भजनों के माध्यम से जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे भगवा लहराएंगे जैसे शानदार भजनों से उपस्थित महिलाओं पुरुषों को नाचने पर मजबूर कर दिया। आशा वैष्णव द्वारा रामायण की एक से बढ़कर एक चौपाई को शानदार भजनों के माध्यम से प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में शानदार भजनों अन्य नृत्य व कार्यक्रमों की प्रस्तुति से देर रात तक भजन संध्या में श्रद्धालु जमे रहे।