ओडिशा में दो घंटे में ही 61 हजार बार बिजली गिरी। तड़ित आघात में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई।

मौसम विभाग ने सात सितंबर तक का अलर्ट जारी किया है।

ओडिशा में दो घंटे में ही 61 हजार बार बिजली गिरी। तड़ित आघात में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई।

निहाल दैनिक समाचार पत्र

कपासन ब्यूरो चीफ शोभा लाल जाट

ओडिशा में इन दिनों आसमानी बिजली कहर बरपा रही है। शनिवार को राज्य में दो ही घंटे में 61 हजार बार बिजली गिरी जिस वजह से कम से कम 12 लोगों की जान चली गई। तड़ित आघात में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन के लिए अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक चार दिनों तक ओडिशा में भारी बारिश हो सकती है। क्यों गिर रही इतनी बिजली? सवाल है कि आखिर ओडिशा का मौसम इतना खराब क्यों है और इतनी आसमानी बिजली क्यों गिर रही है। दरअसल बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती तूफान बना हुआ है। कम दबाव के क्षेत्र की वजह से इसका प्रभाव ओडिशा तक देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने ओडिशा में 7 सितंबर तक मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है। कई जिलों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।

राज्य के विशेष राहत आयुक्त सत्यब्रत साहू का कहना है कि इस चक्रवात ने राज्य के मानसून को सक्रिय कर दिया है। भुवनेश्वर में 24 घंटे में ही 126 मिमी तो कटक में 95.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। बहुत सारे इलाकों में लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है। इसके अलावा लोगों से कहा गया है कि बेवजह घर से बाहर ना निकलें। मरने वाले लोगों में चार खुर्दा जिले के, एक-एक अंगुल, बौध, ढेंकनाल, गजबति, पुरी और जगतसिंहपुर से और दो बलांगीर जिले से हैं। अधिकारियों का कहना है कि बिजली गिरने की वजह से कई मवेशियों की भी मौत हो गई है। साहू ने कहा कि मरने वालों के परिवार को चार लाख रुपये की आर्थिक मदद उपलब्ध करवाई जाएगी। मौसम के जानकारों का कहना है कि जब लंबे ब्रेक के बाद मॉनसून की वापसी होती है तो इस तरह से बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ठंडी और गर्म हवाओं के बीच टकराव से बिजली गिरने लगती है। ऐसी ही स्थिति इस समय ओडिशा के ऊपर बनी हुई है इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।