बेमौसम बरसात से फिर कैंसिल हो सकती है वन्यजीव गणना: प्रतापगढ़, उदयपुर में बारिश बनी परेशानी, 4 जून को होनी है काउंटिंग

बेमौसम बरसात से फिर कैंसिल हो सकती है  वन्यजीव गणना: प्रतापगढ़, उदयपुर में बारिश बनी  परेशानी, 4 जून को होनी है काउंटिंग

निहाल दैनिक समाचार पत्र

कपासन ब्यूरो चीफ शोभा लाल जाट

वन्यजीव गणना तीन दिन बाद यानी 4 जून को होना तय है। लेकिन प्रतापगढ़, उदयपुर में हो रही बारिश के चलते इस बार भी गणना कैंसल हो सकती है। चित्तौड़गढ़ जिले के सीतामाता सेंचुरी और बस्सी सेंचुरी के अलावा पूरे वन क्षेत्र में यह गणना हर साल बुद्ध पूर्णिमा को की जाती है। बारिश के चलते यह डेट पोस्टपोन होकर जून महीने की पूर्णिमा को तय किया गया था। बता दे कि सीतामाता सेंचुरी चित्तौड़गढ़ सहित प्रतापगढ़ और उदयपुर जिले में फैला हुआ है।

हर साल वन्यजीव गणना बुद्ध पूर्णिमा पर होती है, जो इस साल 5 मई को थी। विभाग ने इसी दिन गणना करने की घोषणा कर दी थी और साथ ही तैयारियां भी शुरू कर दी थी। कई वन्यजीव प्रेमियों के आवेदन आ चुके थे। बच्चों के लिए स्कूलों में भी बात हो चुकी थी। लेकिन बारिश के कारण जंगल में जगह-जगह कीचड़, पानी बहने से गड्ढों और नालियों में भी पानी भर चुका है। इसके अलावा पेड़ पौधों को जीवनदान मिलने के कारण जंगल भी घना हो गया है। इसलिए राजस्थान के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने 5 मई की जगह जेष्ठ महीने की पूर्णिमा यानी 4 जून को गणना करवाने का आदेश जारी किया था। लगातार मई महीने में राजस्थान में बारिश हुई जो अभी भी जारी है। इन दिनों चित्तौड़गढ़ जिले में भले ही जोरदार बारिश नहीं हो रही हो लेकिन प्रतापगढ़ जिले और उदयपुर जिले में बारिश लगातार हो रही है। अगर इस महीने गणना नहीं हुई तो अगली पूर्णिमा जुलाई महीने में आएगी, तब तक मानसून भी आ जाएगा। उस दौरान भी करना संभव नहीं है। ऐसे में विभाग भी चिंतित है कि इस बार गणना पूरी तरह से कैंसिल ना करना पड़े। डीएफओ सोनल जोनवाल ने बताया कि प्रतापगढ़ में काफी बारिश हो रही है लेकिन विभाग की ओर से गणना की तैयारी हो चुकी है। सभी बारिश रुकने का इंतजार कर रहे हैं। वन्यजीव प्रेमियों से फिर से आवेदन मांगे गए हैं और उनके आवेदन भी आने लगे हैं। विभाग की ओर से कैंसिल करने का अभी कोई भी आर्डर नहीं आया है। अगर बारिश जारी रही तो कैंसल भी हो सकता है।