धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन: कश्मोर बालाजी मंदिर पर मीरा मैय्या कथा महोत्सव व गौ पुष्टि मारुति महायज्ञ 22 से 26 तक
निहाल दैनिक समाचार पत्र
कपासन ब्यूरो चीफ शोभा लाल जाट
भक्तिमती मीराबाई की संपूर्ण जीवन गाथा और आलौलिक भक्ति पर पहली बार कथा महोत्सव हो रहा है। समीपवर्ती कश्मीर पावटिया बावड़ी के बालाजी में 22 से 26 मई तक मीरा मैय्या कथा और गोपुष्टि मारुति महायज्ञ होगा।
मंगलवार को ऋतुराज वाटिका में आयोजक महामंडलेश्वर सांवलियाधाम मुंगाना के महंत मेवाड़ महामंडलेश्वर चेतनदास महाराज के शिष्य अनुजदास महाराज, प्रशासनिक संत राकेश पुरोहित ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी दी। पुरोहित ने बताया कि भक्तमति मीराबाई पर पांच दिन का कथा महोत्सव पहली बार हो रहा है।
कश्मोर, पावटिया, धनेतखुर्द, ओडूंद, मिश्रों की पीपली के ग्रामीणों व भक्तों की ओर से ये महोत्सव महामंडलेश्वर चेतनदास महाराज के सानिध्य में शुरू होगा। इसमें 22 से 26 मई तक प्रतिदिन सुबह 11 से कथा व शाम 5 से 7 बजे तक गोपूजन व गोपुष्टि मारुति महायज्ञ होगा। समापन पर 26 मई शाम चार बजे महाप्रसादी होगी। कार्यक्रम संयोजक अनुजदास महाराज ने बताया कि 18 से 26 मई तक रात 8 से 11 बजे तक रामलीला मंचन रघुवीर बाल मंडल मुंगाणा की ओर से होगा। महंत चेतनदासजी की प्रसन्नता के लिए की जा रही कथा
कथा व्यास राकेश पुरोहित ने कहा कि मीराबाई के जीवन की 8 मुख्य बातें सभी जानते हैं। कई प्रसंग लोग नहीं जानते। कथा में मीराबाई के मेड़ता से पुष्कर, चित्तौड़, द्वारिका की यात्रा का वर्णन होगा। उन्होंने कहा कि महामंडलेश्वर संत चेतनदासजी महाराज ने मेवाड़ में 700 मंदिरों का जीर्णोद्धार, निर्माण कराते हुए प्रभातफेरियों से भक्ति की गंगा बहाई है। उनकी प्रसन्नता के लिए ही ये कथा हो रही है। वे कुंभ मेले में 45 सालों से मीरा मेवाड़ नाम से ही खालसा लगाते हुए संतों व भक्तों की सेवा करते रहे
हैं।