दो युवक, दो घोड़ी जिंदा जले, : रास्ते में लटकते हाईटेंशन तार को छूते ही टेम्पो में लगी आग, बिंदौरी से लौट रहे थे सभी
निहाल दैनिक समाचार पत्र
कपासन ब्यूरो चीफ शोभा लाल जाट
सड़क के बीच लटक रहे हाईटेंशन बिजली के तारों को छूते ही टेम्पो में करंट दौड़ गया। उसमें आग लग गई और दो युवक समेत दो घोड़ी जिंदा जल गए। करंट की चपेट आए तीन लोगों ने किसी तरह बाहर निकलकर अपनी जान बचाई।
घटना चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन थाना क्षेत्र के रामली गांव का है। हादसा शनिवार अलसुबह करीब तीन बजे का है। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग को जानकारी दी और लाइट बंद करवाई।
आग की चपेट में आकर मरने वालों में से रामथली निवासी शांतिलाल (28) पुत्र लेहरु गाडरी और टेम्पो ड्राइवर गांव हथियाना निवासी किशन लाल (44) पुत्र शंकरलाल खटीक शामिल हैं। वहीं, टेम्पो में सवार दो घोड़ी भी जिंदा जल गईं। बिजली के लटकते तार से करंट की चपेट में आने से टेम्पो में आग लग गई।
बिंदौरी में लेकर गए थे घोड़ी
कपासन थानाधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि शांतिलाल शादियों के दौरान निकलने वाली बिंदौरी में घोड़ी ले जाता था। शुक्रवार को शांतिलाल अपने छोटे भाई कैलाश (25) को साथ लेकर गांव पांछली में बिंदौली कार्यक्रम में दो घोड़ी लोडिंग टेम्पो में लेकर गए थे। टेम्पो गांव हथियाना निवासी किशन खटीक का था और किशन ही चला रहा था। इनके साथ में हथियाना निवासी शिवलाल पुत्र बंशीलाल तेली भी था। वह ड्राइवर के साथ गया था।
पांछली गांव में बिंदौली निकालने के बाद सभी सुबह 3 बजे टेम्पो से वापस लौट रहे थे। रास्ते में रामथली के पास 11 केवी लाइन का तार फॉल्ट होने के कारण टूट कर नीचे गिरा हुआ था। अंधेरा होने की वजह से तार दिखाई नहीं दिया और टेम्पो उसकी चपेट में आ गया। करंट का झटका लगते ही ड्राइवर किशन ने टेम्पो को रोका। तब तक वाहन में करंट फैल चुका था।
ड्राइवर को बचाने के चक्कर में गई जान
वाहन में करंट फैलते ही शांतिलाल (28) कैलाश (25) और शिवलाल जान बचाने के लिए बाहर की तरफ भागे, लेकिन ड्राइवर बाहर नहीं निकल पाया। किशन को फंसा हुआ देखकर घोड़ी मालिक शांतिलाल उसे बचाने के लिए दौड़ा। इस दौरान शांतिलाल भी करंट की चपेट में आया गया।
इसी दौरान टेम्पो में आग लग गई और दो अन्य साथियों के सामने किशन, शांतिलाल और दो घोड़ी जिंदा जल गई। वहीं, चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीण व सूचना पुलिस मौके पर पहुंची।
इसके बाद दोनों शवों को कपासन हॉस्पिटल की मॉर्च्यूरी में रखवाया गया है। स्थानीय निवासी रतनलाल गाडरी ने बताया कि हादसे के बाद भी की लाइन में 11 केवी का करंट दौड़ रहा था। इसकी सूचना डिस्कॉम को भी दी गई थी, लेकिन फिर भी 1 घंटे तक सप्लाई चालू रही।
ड्राइवर के साइड में तार होने से वह नहीं निकल पाया
घायल शिवलाल तेली ने बताया, 'हम टेम्पो से आ रहे थे। गांव रामथली के पास रास्ते में तार लटका हुआ था। तार के संपर्क में आने से अचानक टेम्पो में करंट दौड़ गया। हम तीन लोग तो फाटक तोड़कर बाहर निकल गए और झटके से दूर जा गिरे। ड्राइवर के साइड में तार होने के कारण किशन टेम्पो से नहीं निकल पाया। शांतिलाल उसे बचाने गया। इसी दौरान चिंगारियां उठीं और वाहन आग लग गई। दोनों नीचे गिरने के साथ ही जल गए। टेम्पो में सवार दो घोड़ी भी जल गई । '