दो साल बाद निकली ठाकुर जी की रथयात्राः हेलीकॉप्टर से की पुष्प वर्षा , अलग - अलग राज्यों से आए श्रद्धालु , चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ के मंडफिया स्थित कृष्णधाम श्रीसंवालिया जी मंदिर में मंगलवार को जलझूलनी एकदशी पर दो साल बाद रथयात्रा निकाली गई । रथयात्रा में चार अलग - अलग राज्यों से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे । बड़ी संख्या में श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए भगवान के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे । लोग गुलाल के रंग में रंगे हुए थे , मानो जैसे गोकुल की होली हो । ठाकुर जी के दर्शन के लिए भीड़ इतनी हो गई कि स्थिति धक्का - मुक्की की हो गई । श्रीसंवालिया जी में राजभोग आरती के बाद मंदिर पुजारियों ने भगवान के बाल स्वरूप को चांदी के रथ पर स्थापित कर रथयात्रा निकाली । इस दौरान श्रद्धालु हाथी घोड़ा पालकी , जय कन्हैया लाल की के जयकारे लगा रहे थे । भगवान को रजत रथ में स्थापित करने के बाद श्रद्धालुओं ने जम कर जयकारे लगाए ।
चार राज्यों से आए श्रद्धालु दर्शन करने राजस्थान , मध्यप्रदेश , गुजरात और महाराष्ट्र भक्तजन चित्तौड़ आए हुए थे । रथ पर पुष्प और गुलाल की वर्षा की गई । रथयात्रा में बैंड - बाजे , हाथी , घोड़े , ध्वज निशान आदि भी चल रहे थे । यह रथयात्रा शाम को गिरदाखेड़ा मार्ग स्थित सांवलिया एनिकट पहुंची और भगवान को पूजा के बाद स्नान कराया गया । रथ को कस्बे के हर गली - चौराहों से भ्रमण करवाते हुए ले जाया गया । इस दौरान मकानों के छत पर सवार श्रद्धालु लगातार पुष्प वर्षा कर रहे । इससे पहले हेलीकॉप्टर से भी ठाकुर जी पर पुष्प वर्षा की गई । तोप से गुलाल छोड़ा गया ।
चांदी के रथ पर बिराजमान होकर नगर भ्रमण के लिए निकले ठाकुर जी । रथ यात्रा समापन के बाद होगी आतिशबाजी रथ यात्रा नगर भ्रमण करते हुए फिर से रात 8 बजे शामलाजी मंदिर पहुंचेगी । रथ यात्रा के समापन पर भव्य आतिशबाजी की जाएगी । वहीं मंदिर परिसर में राजभोग आरती के बाद अतिरिक्त कलेक्टर गीतेश श्रीमालवीय , बोर्ड अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर , सदस्य अशोक शर्मा , संजय मंडोवरा , ममतेश शर्मा सहित अन्य सदस्य , मंदिर के अधिकारी और कर्मचारियों के अलावा श्रद्धालु मौजूद रहे । वहीं डिप्टी धर्माराम , मंडफिया एसएचओ ओमसिंह , महिला थानाधिकारी सुशीला खोईवाल , भादसोड़ा थानाधिकारी रविंद्र सेन आदि सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा उठाए हुए थे ।
नहीं संभाल पाए भीड़ रथयात्रा के दौरान मंदिर में कई और व्यवस्थाएं भी देखी गई । रथयात्रा में बेवान स्थापित करने के दौरान तो स्थिति धक्का मुक्की की हो गई । गनीमत यह रहा कि भगदड़ की नौबत नहीं आई । पहले रथ को मंदिर कार्यालय के पास वाले गेट से बाहर निकाला जाता था , लेकिन इस बार रथ को घंटाघर वाले गेट पर पहले से खड़ा कर दिया गया । इसके बाद ठाकुर जी रथ में यही से बिराजमान करवाया गया । यहां सब अपनी जगह होने के कारण चैनल गेट से निकलने को लेकर धक्का - मुक्की की स्थिति हो गई । पहले तो पुलिस ने इस और ध्यान ही नहीं दिया ।
लोग फंसने लगे तो जाब्ता मौके पर पहुंचा जब लोग फंसने और धक्का - मुक्की करने लगे तो पुलिस का सारा जाब्ता मौके पर पहुंचा । लेकिन पुलिस का पूरा जाब्ता चैनल गेट के अंदर की तरफ था । बाहर की तरफ से आ रही भीड़ को रोकना मुश्किल हो गया । इस बार अंदर आम श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रखा । ऐसे में श्रद्धालु घंटाघर वाले चैनल गेट पर रथ खड़ा होने के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई । जैसे ही भगवान को रथ में विराजमान किया , उसी समय श्रद्धालु रथ की तरफ बढ़ने लगे थे । वो तो मंदिर के गार्ड ने भीड़ को धक्का देकर लोगों को हटाया । मंदिर प्रशासन द्वारा बुलाए गए अतिरिक्त सिक्योरिटी गार्ड भी इस दौरान कुछ नहीं कर पाए ।