किसान बोले- बारिश की कमी से फसल हो रही नष्ट: मातृकुंडिया बांध का पानी तुम्बडिया बांध तक लाने की मांग, कलेक्टर से मिले।

किसान बोले- बारिश की कमी से फसल हो रही नष्ट: मातृकुंडिया बांध का पानी तुम्बडिया बांध तक लाने की मांग, कलेक्टर से मिले।

रिपोर्टर प्रकाश सोलंकी पीपलवास 


चित्तौड़गढ़ |  किसानों ने बारिश की कमी से नष्ट हो चुकी फसलों की गिरदावरी कर मुआवजा देने की मांग की है। किसानों ने मातृकुंडिया से एक फीडर निकाल कर नहर से तुम्बडिया बांध और अन्य जलाशयों तक पानी लाने की भी मांग की। किसान गुरुवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर पीयूष सामरिया से मिलकर अपनी मांगों को उनके सामने रखा।

सहकारी भूमि विकास बैंक के चेयरमैन बद्रीलाल जाट ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले की लगभग सभी तहसीलों में मौसम की बेरूखी से बारिश कम हुई। बारिश की कमी से लगाई गई सोयाबीन, कपास, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूंगफली, मूंग, उदड, तिल्ली आदि फसल खराब हो चुकी है। इससे किसानों में निराशा हो चुकी है। कुंओ और टयूबवेल में भी पानी नहीं आया और यदि कहीं आया भी तो बिजली आपूर्ति की व्यवस्था सही न होने से सभी फसलें नष्ट हो चुकी है। किसानों ने तुरंत गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिलाने की मांग की।

मातृकुण्डिया बांध का किसानों को मिले पानी भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष राजमल सुखवाल ने बताया कि किसान खाद-बीज में अपना सब कुछ लुटा चुका है। फसलों का बीमा भी करवा चुका है। अब फसलों के खराब होने से सबको परेशानी हो रही है। जिले के कई किसान आज कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्टर पीयूष सामरिया से मिले। कलेक्टर को बताया कि जिले के तुम्बडिया गांव का जो बांध है, वो किसानों के लिए सिंचाई का बहुत बड़ा स्त्रोत है।

हर साल मौसम की बेरूखी और कम बारिश के चलते सुखा ही रह जाता है। वहीं, इसके उपर बनास नदी है जिससे कई मैट्रिक टन पानी बह कर चला जाता है। पानी को मातृकुण्डिया बांध से रोक कर एक फीडर निकाल करके नहर से तुम्बडिया बांध लाया जाए ताकि किसानों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।