*जेल के अंदर कैदी से मारपीट, मौत: परिवार मिलने आया तब चला पता, हंगामा होने पर पुलिस जाब्ता तैनात।*

*जेल के अंदर कैदी से मारपीट, मौत: परिवार मिलने आया तब चला पता, हंगामा होने पर पुलिस जाब्ता तैनात।*

रिपोर्टर प्रकाश सोलंकी पीपलवास


*परिवार वाले और ग्रामीण कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन करते हुए* चित्तौड़। हॉस्पिटल में एक बंदी की मौत हो गई। कैदी लगभग 10 दिन से कपासन जेल में बंद था। मौत की खबर सुनते ही मृतक के परिजन और ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने जेल प्रशासन पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। हंगामा देखते हुए कलेक्ट्रेट और जिला हॉस्पिटल में जाब्ता लगाया गया है। अब मामले की न्यायिक जांच होगी। वकील प्रकाश कंजर ने बताया कि मेवदा कॉलोनी, कपासन निवासी सुरेश 55 पुत्र नारायण कंजर के खिलाफ 1998 में मारपीट का मामला कपासन थाने में दर्ज था। जिसको लेकर वारंटी की जारी की गई थी। पुलिस बार-बार सुरेश कंजर को गिरफ्तार करने आ रही थी। इस पर सुरेश कंजर ने कहा कि वह खुद कपासन कोर्ट में पेश होगा। 27 मार्च को वह कपासन कोर्ट में जाकर पेश हुआ। लेकिन वहां पर कोई भी फाइल नहीं मिली। फिर भी मजिस्ट्रेट ने जेल भेजने का आदेश दे दिया। तब से सुरेश कंजर जेल में ही बंद था। परिवार मिलने आया तब चला पता परिवार बुधवार को जेल में सुरेश कंजर से मिलने गए तो पता चला कि उसे चित्तौड़ जिला हॉस्पिटल में एडमिट करवा रखा है। परिवार तुरंत हॉस्पिटल पहुंचे तो उसका इलाज आईसीयू में चल रहा था। वकील प्रकाश कंजर ने बताया कि जब मौके में जाकर तो सुरेश कंजर के शरीर में कई घांव थे। उसकी हालत खराब थी। ऐसे में अच्छा इलाज हो और मारपीट करने वाले के साथ कार्रवाई हो, इसके लिए जिला कलेक्टर के पास ज्ञापन सौंपने आए ही थे कि सूचना मिली की सुरेश कंजर में दम तोड़ दिया। मारपीट कर आयोडेक्स लगाने को दिया कपासन जेल में उसके गांव के दो लोग प्रकाश पुत्र शैतानियां कंजर और रामापुत्र सतिया कंजर भी बंद थे। दोनों को अवैध शराब परिवहन के आरोप में गिरफ्तार कर 3 तारीख को जेल भेजा गया था। दोनों का कहना है कि उनके सामने ही सुरेश कंजर के साथ जेल प्रशासन के प्रहरी ने बुरी तरह मारपीट की और बाद में आयोडेक्स लगाने को दे दिया। इस पर दोनों ने सुरेश कंजर के आयोडेक्स भी लगाया था। 4 तारीख को प्रकाश और राम की जमानत हुई तो उसके परिवार को मारपीट की जानकारी दी। इस पर सुरेश कंजर के परिवार वाले उससे मिलने गए थे। पुलिस जाब्ता तैनात मौत की खबर सुनते ही हंगामा हो गया और परिवार सहित पूरा गांव जिला कलेक्ट्रेट आ गया। सभी ने दोषियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की। हंगामा होने की आशंका जिला हॉस्पिटल के मोर्चरी के बाहर और कलेक्ट्रेट के बाहर पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया। इसके अलावा जिला हॉस्पिटल में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजीव जोशी, डिप्टी बुद्धराज टांक, सदर सीआई हरेंद्र सिंह सौदा भी पहुंचे। काफी समझाने के बाद परिवार ने पोस्टमार्टम के लिए हामी भर दी। शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। वहीं, परिवार वालों ने कार्रवाई को लेकर एक रिपोर्ट दर्ज करवाई है।