*चित्तौड़गढ़ :कपासन उप कारागूह मे जेल कर्मियों की मारपीट में घायल बंदी ने जिला चिकित्सालय में तोड़ा दम,धरने पर बैठे परिजन।*

रिपोर्टर प्रकाश सोलंकी पीपलवास
कपासन। सुरेश पिता नारायण, जाति कंजर, उम्र 55 निवासी मेवदा कॉलोनी, पुलिस थाना कपासन, जिला चित्तोडगड के साथ कपासन पुलिस द्वारा जबरन गिरफ्तार कर मारपीट करने व कपासन जेल में जेलर द्वारा मारपीट कर बेहोश करने के प्रकरण मे sc st एक्ट में मुकदमा दर्ज करवाने के क्रम में।उपरोक्त विषय में निवेदन इस प्रकार है कि-यहाँक दिनांक 18-03-2023 को राजस्थान पुलिस से दिनेश जी मेवदा का लोनी आये व उन्होंने बोला कि सुरेश पिता नारायण कंजर के स्थाई वारंट हैं फिर हमने पुलिस वाले से छुड़वाया व 27 मार्च को कपासन न्यायालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष सुरेश पिता नारायण कंजर को पुर्ण रुप से स्वास्थ्य अवस्था में सही सलामत पेश किया वहां से उसे जेल भेज दिया गया।
यह कि दस दिन के बाद भी सुरेश के केस संबंधी वारंट फाइल आदि नहीं आई अगर आई हो तो परिवारके किसी सदस्य को इसकी सूचना नही है।यह कि सुरेश को चितौडगढ़ हॉस्पीटल लाया गया, उसकी सूचना परिवार वालों को नहीं दी गई।यह कि दिनांक 5 अप्रैल 2023 को जब सुरेश की पत्नी व अन्य परिवार वाले कपासन जेल पर सुरेश से मिलने के लिए गए तो पता चला कि उसे चितौड़गढ़ सांवलिया हॉस्पिटल ले गए।यह कि हम सभी परिवार के लोग चित्तौड़गढ़ राजकीय सांवलिया चिकित्सालय पहुंचे व सुरेश को देखा बहुत ही गंभीर हालत में है आईसीयू में एडमिट कर रखा हैं, बोली भी बंद है केवल सांस चल रही है, वेन्टीलेटर पर है, ऑक्सीजन लगा रखी है। यह कि हमने देखा सुरेश के शरीर पर पीठ में चोट के निशान है खुन जमा हुआ हे चमडी काली हो रखी है सुरेश के शरीर पर और भी चोट के निशान है पर हमको देखने नहीं दिया। यह कि सुरेश मरणावस्था मे है कुछ कह नहीं सकते है अनहोनी के बारे में।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई तुरंत प्रभाव से अमल में लायी जाए व सुरेश को मारपीट करने वाले प्रशासन को तुरंत सस्पेंड किया जाए जब तक सस्पेंड नहीं हो गए यहां से हम धरना से नहीं उठाएंग, यही हमारी मांग है।