दलित बालक को करंट लगाकर कुएं में लटकाने की घटना पर सामाजिक संगठनों ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात।
पारसोली थानांतर्गत छोटाखेड़ा गांव के रहने वाले 11 वर्षीय, दलित बालक को बंधक बनाकर, अपनी होटल में बाल श्रम कराने और बालक पर चोरी का आरोप लगा कर कुएं में लटकाने तथा करंट लगाने जैसे कृत्य की घटना प्रकाश में आने के बाद भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने पीड़ित बालक के गांव जाकर परिजनों से कुशलक्षेम की जानकारी प्राप्त की।

दलित बालक को करंट लगाकर कुएं में लटकाने की घटना पर सामाजिक संगठनों ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात।
संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़
पारसोली थानांतर्गत छोटाखेड़ा गांव के रहने वाले 11 वर्षीय, दलित बालक को बंधक बनाकर, अपनी होटल में बाल श्रम कराने और बालक पर चोरी का आरोप लगा कर कुएं में लटकाने तथा करंट लगाने जैसे कृत्य की घटना प्रकाश में आने के बाद भारतीय दलित साहित्य अकादमी ने पीड़ित बालक के गांव जाकर परिजनों से कुशलक्षेम की जानकारी प्राप्त की।
भारतीय साहित्य अकादमी ने दोषी अपराधियों से पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति दिलाने तथा बाल श्रम, बंधक श्रम अधिनियमों के तहत भी कार्यवाही की मांग की हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चितौड़गढ़ जिले में हाल ही में पारसोली थाना अंतर्गत छोटा खेडा गांव के पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले 11 वर्षीय दलित बालक को बहला-फुसलाकर कर आरोपियों ने डोराई रोड़ बेगूं में एक निजी होटल पर बंधुआ मजदूर बनाकर बालक से जबरन बाल मजदूरी कराने तथा उस पर चोरी का आरोप लगाकर उसे करंट लगाने और उसे कुएं में लटकाने की निंदनीय घटना पर पारसोली थाने में रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी की गई ।
पुलिस टीमों ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आसुचना संकलन कर कस्बा बेगूं में स्थित होटल जय मां चामुण्डा का संचालक आंचलियों का मौहल्ला बेगूं निवासी 42 वर्षीय शम्भुसिंह पुत्र लक्ष्मणसिंह राजपूत एवं जय मां चामुण्डा होटल पर देखरेख करने वाला छोटाखेडा थाना पारसोली निवासी 19 वर्षीय आनन्दसिंह पुत्र भैंरूसिंह राजपूत को डिटेन कर न्यायालय में पेश किया गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार मामले पर त्वरित कार्रवाई कर पारसोली थाना पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों शम्भुसिंह व आनन्दसिंह ने कालु बलाई निवासी छोटाखेडा थाना पारसोली के पीड़ित पुत्र को प्रताड़ित व मारपीट कर बंधुआ मजदूरी कराना स्वीकार करने से शंभुसिंह व आनन्द सिंह को गिरफ्तार किया जाकर अग्रिम अनुसंधान तथा वांछित आरोपियों की तलाश जारी है।
घटना की जानकारी मिलने के बाद चित्तौड़गढ़ से भारतीय दलित साहित्य अकादमी के पदाधिकारियों सहित अम्बेड़कर विचार मंच के संयोजक छगन लाल चावला ने छोटा खेड़ा गांव जाकर दलित पीड़ित परिवार से मुलाकात की और पीड़ित बालक की कुशलक्षेम की जानकारी प्राप्त की।
भारतीय मिशन मीडिया के प्रतिनिधि एवं अकादमी के जिलाध्यक्ष मदनलाल ओजस्वी ने बताया कि छोटा खेड़ा, थाना पारसोली क्षेत्र में निवासरत दलित परिवार के मुखिया कालू सालवी ने कहा मेरे बालक ग्यारह वर्षीय बालक को होटल संचालक ने बाल श्रमिक के रूप तीन महीने से बंधक बनाकर रखा हुआ था, होटल मालिक बच्चे को अपने साथ बहला फुसला कर ले गया था और हम बालक को ढूंढते रहे इस दौरान होटल संचालक ने रुपये चोरी का इल्जाम लगा कर बालक को लाठी, डंडे से मारपीट की और बालक के पीठ एवं कूल्हे पर करन्ट लगाया। अभियुक्तों ने बालक को कुएं में उल्टा भी लटकाया।
भारतीय दलित साहित्य अकादमी के अध्यक्ष मदनलाल सालवी 'ओजस्वी' और महासचिव बाबू लाल ने सरपंच भंवर सिंह राणावत से घटना पर चर्चा की एवं उनसे पीड़ित परिवार की चिकित्सीय सहायता की जानकारी ली।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर वेलफेयर सोसायटी चित्तौड़गढ़ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष निर्मल देसाई ने परिवार को ढांढ़स बंधाते हुए हिम्मत दिलाई तथा बालक के परिवार को फल एवं दुध के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की।
भारतीय साहित्य अकादमी के पदाधिकारियों ने बताया कि पीड़ित परिवार अभी डरा सहमा हुआ है और इस तरह अमानवीय घटना की भारतीय दलित साहित्य अकादमी भरसक निन्दा करती हैं। आरोपी के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्यवाही कर बाल श्रम बंधक श्रमिक अधिनियम के तहत कार्यवाही सहित पीड़ित परिवार को सुरक्षा दिलाने की मांग जिला प्रशासन से की गई है।
इस घटना पर पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति के तौर पर आरोपी नियोजक से मुआवजा दिलाने की मांग भी की गई।
इस अवसर पर गांव के सरपंच भंवर सिंह राणावत , हर्ष वर्धन सिंह, भीम राज मेघवंशी, प्रभु लाल सालवी, गोपाल सालवी, नाथू लाल सालवी, पीड़ित बच्चे की मां टम्मा सहित दामा सालवी उपस्थित रहें।