अब अपनी दुकानें बंद कर देना धर्म के ठेकेदारों जो आप लोगों ने आज तक  ऐसी असामाजिक कूप्रथाएं चलाकर फैलाई है इशारों इशारों में दी चेतावनी, स्वतंत्र लेखक ओजस्वी

सामाजिक सुधार की पहल हमारे ही पुरखे ना करते तो आज तक सती प्रथा भी बॅद ना होती----ओजस्वी राजाराम मोहन राय, सॅत साहेब कबीर, सॅत गरीब दास, महात्मा ज्योतिराव फुले, नेलशन मॅडेला, बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर, आदि ने हमारे लिऐ प्रयास ना किये होते, इन सुधारों के लिऐ अपना जीवन तक कुर्बान ना किया होता तो सती प्रथा , अशिक्षा, जातिय नफ़रत, उंच नीच, रंग भेद जेसी कुप्रथाऐं भी आज तक बॅद ना होती।

अब अपनी दुकानें बंद कर देना धर्म के ठेकेदारों जो आप लोगों ने आज तक  ऐसी असामाजिक कूप्रथाएं चलाकर फैलाई है इशारों इशारों में दी चेतावनी, स्वतंत्र लेखक ओजस्वी

अब अपनी दुकानें बंद कर देना धर्म के ठेकेदारों जो आप लोगों ने आज तक  ऐसी असामाजिक कूप्रथाएं चलाकर फैलाई है इशारों इशारों में दी चेतावनी, स्वतंत्र लेखक ओजस्वी

संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़

सामाजिक सुधार की पहल हमारे ही पुरखे ना करते तो आज तक सती प्रथा भी बॅद ना होती----ओजस्वी राजाराम मोहन राय, सॅत साहेब कबीर, सॅत गरीब दास, महात्मा ज्योतिराव फुले, नेलशन मॅडेला, बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर, आदि ने हमारे लिऐ प्रयास ना किये होते, इन सुधारों के लिऐ अपना जीवन तक कुर्बान ना किया होता तो सती प्रथा , अशिक्षा, जातिय नफ़रत, उंच नीच, रंग भेद जेसी कुप्रथाऐं भी आज तक बॅद ना होती।

कुप्रथाऐं बॅद होने का बिडा उठाने में अनेको खतरे भी है हम इसकी परवाह नही करते है, अनेको की होती है गलत दुकाने बॅद। वो होगी ही।

 हम जागरुक लोगों द्वारा , बैमात मरने से लोगों को बचाने का जतन करना ही मानवता है। 

जो हमने जीवन में पढा ओर जागरुक हूऐ है

इसकी किमंत भी अदा करना अपना ही दायितव है, सामाजिकता है।जेसे आप इतने बेहतरीन समाचार लगाने में कोई कमी नही रखते, यह आपका अपना सम्पादन के प्रति फर्ज है।चेनल के प्रति ये भी समाज सेवा, जागरुकता लाने का बहुत बडा ओर भी बडा ये योगदान है समाज ओर देश के प्रति। जो बडी वफादारी से निभा रहे है।

 गलत दूकान चलाने वाले, जो गलत ठेकेदार बने बैठे है, समय आने पर उनहे जेल भी जाना पड सकता है।अपनी दूकानें बॅद ही नही करेगें वरन गलत धारणा, गलत मानसिकता रखकर, लोगों को धोखे में, अंधेरे में रखकर अंधविश्वास रूढ़िवाद आडम्बर फेलाने पर कानूनन सजा भी होना बाकि है।अपना उललु सिधा करते रहने वाले अब ओर आज ही सावधान भी हो जाऐ।

लोग अब जगकर आगे बढ भी रहे है।

जागते रहो-----जागते रहो-------

जिनके दिमांग हो वै इसे वक्त रहते समझें भी लें ---

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मदन सालवी ओजस्वी 

सामाजिक सुधार वादी लेखक 

चितोडगढ राजस्थान 

22-6-2023