होली मिलन सभा में बुजुर्ग नागरिकों की हो रही है न चुटकुले न विचार केवल हास्य, संगीत, कविता हुई।
सदेव नवाचार व बुजुर्गों की खुशियों के लिए पहचान बनाने वाले वरिष्ठ नागरिक मंच संस्थान जिला मुख्यालय की 937वी सदन की स्थिति शास्त्री नगर सामुदायिक भवन में आयोजित की गई

होली मिलन सभा में बुजुर्ग नागरिकों की हो रही है
न चुटकुले न विचार केवल हास्य, संगीत, कविता हुई।
ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़
।सदेव नवाचार व बुजुर्गों की खुशियों के लिए पहचान बनाने वाले वरिष्ठ नागरिक मंच संस्थान जिला मुख्यालय की 937वी सदन की स्थिति शास्त्री नगर सामुदायिक भवन में आयोजित की गई
जिसमें नगर के प्रसिद्ध राष्ट्रीय हास्य कवि नव सारथी ने शिरकत की तथा बुजुर्गो को अपने हास्य व्यसन लोटपोट कर दिया, समान मे पूर्व निर्दिष्ट निर्णय लिया गया कि कोई भी वक्ता भाषण नहीं देना केवल चुटकुले, हास्य, काव्य, गीत आदि सुनाकर इस होली मिलन का यादगार और सभी नंबर ने यही किया। इस घटना में धापूबाई मेनारिया, डीएस जोशी, मदन लाल मेहता, केशरीमल भडक्त्या, कमलाशंकर मोड़, शशि रंजन तिवाड़ी, अमरकंठ उपाध्याय, सत्यनारायण ईनाणी, कवि नंदकिशोर निर्झर, प्रतिष्ठित जैन, देवीसिंह राव, लक्ष्मी नारायण जोशी, के एल नारानीवाल, सुमन गुप्ता ,अमृतलाल चंगेरिया ने अपनी प्रस्तुतियां दी।
मंच अध्यक्ष बसंतीलाल जैन ने ऐसी स्थिति को बुजुर्गो की आयु बढ़ाने वाली सभा ने बताया और मंच में महिला शक्ति की बढ़ती भूमिका की भी प्रशंसा करते हुवे उपस्थिति महिलावृन्द रजनी लड्ढा, धापूबाई मेनारिया, सरिता झुनझुनवाला, सरस्वती शर्मा, सुमन गुप्ता व प्रेमलता कुमावत को मंच की और से पुरुस्कृत किया गया।
इस सभा मे मंच के हरपाल सिंह राठी, अमर सिंह मेहता, कृष्ण गोपाल सोनी, सत्यनारायण टेलर, डॉ योगेश व्यास, मुकेश श्रीवास्तव, महेश बसेर, बंशी दास वैष्णव, भंवरलाल कोगटा, ओम प्रकाश ओझा, कमला शंकर मोड, टप्पू भाई भट्ट, नंदलाल बलवानी, जगदीश जोशी, महेश व्यास, रमाशंकर वैद्य, कृष्ण चंद्र अग्रवाल, ओमप्रकाश सनाढ्य, उमाशंकर भगवती, कल्याणमल आगाल, महेश चंद्र जोशी, श्याम वैष्णव, मनवीर सिंह, चंद्र किशोर व्यास, भेरूलाल खोईवाल, दिनेश चंद्र पुरोहित, दयाल चंद कोठारी, ओमप्रकाश चुलेट, मदनलाल छिपा हुआ, मूरत लाल नंदवाना, रामप्रसाद मालू, चंद्रप्रकाश खटोड़, कुलवंत सिंह, राधेश्याम सहित कई बुजुर्ग जन उपस्थित थे, जो एक दूसरे को होली पर्व की घोषणा की और गौतम जयंती पर आयोजित होने वाले कवि सम्मेलन व अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। नई सारथी सहित घटना समिति ने वरिष्ठों को भी आमंत्रित किया।
हाउस का ऑपरेशन सत्यनारायण सिकलीगर ने हाउस ऑफ नेशनल के साथ फाइनल किया।