वक़ील सुरक्षा क़ानून" तो लागू हो जाएगा मगर क्या होगा डॉक्टरों और पत्रकारों की सुरक्षा का

*वकील हड़ताल पर हैं। अपनी सुरक्षा चाहते हैं। सरकार से उनकी मांग है कि "वकील सुरक्षा कानून" बनाकर उन्हें सुरक्षित रखा जाए ।*                 *मैं एक जागरूक पत्रकार की हैसियत से वकीलों को हर तरह से सुरक्षित देखना चाहता हूं !समाज भी चाहता है कि वकीलों को हर दृष्टि से सुरक्षित किया जाए!*????‍♂️                   *सुना है सरकार बहुत जल्दी उन्हें सुरक्षित करने जा रही है! वकील सुरक्षा कानून राजस्थान में बनाकर लागू कर दिया जाएगा!... फिर  वकीलों की तरफ कोई नज़र उठा कर नहीं देखेगा। वकील निडर और बेखौफ होकर बहादुरी से सच्चाई का साथ देंगे।*

वक़ील सुरक्षा क़ानून" तो लागू हो जाएगा मगर क्या होगा डॉक्टरों और पत्रकारों की सुरक्षा का
वक़ील सुरक्षा क़ानून" तो लागू हो जाएगा मगर क्या होगा डॉक्टरों और पत्रकारों की सुरक्षा का

*वक़ील सुरक्षा क़ानून" तो लागू हो जाएगा मगर क्या होगा डॉक्टरों और पत्रकारों की सुरक्षा का

               ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़

      *वकील हड़ताल पर हैं। अपनी सुरक्षा चाहते हैं। सरकार से उनकी मांग है कि "वकील सुरक्षा कानून" बनाकर उन्हें सुरक्षित रखा जाए ।*
                *मैं एक जागरूक पत्रकार की हैसियत से वकीलों को हर तरह से सुरक्षित देखना चाहता हूं !समाज भी चाहता है कि वकीलों को हर दृष्टि से सुरक्षित किया जाए!*
                  *सुना है सरकार बहुत जल्दी उन्हें सुरक्षित करने जा रही है! वकील सुरक्षा कानून राजस्थान में बनाकर लागू कर दिया जाएगा!... फिर  वकीलों की तरफ कोई नज़र उठा कर नहीं देखेगा। वकील निडर और बेखौफ होकर बहादुरी से सच्चाई का साथ देंगे।*
                       *दोस्तों !! संविधान में हर नागरिक की सुरक्षा के लिए सरकार को प्रतिबंधित किया हुआ है! कानून की नज़र में हर नागरिक वकील जैसी हैसियत ही रखता है! ऐसा नहीं हो सकता कि समाज में सिर्फ वक़ीलों को ही सुरक्षित रखने की ज़रूरत है। समाज का हर वर्ग सुरक्षित रखा जाना अपेक्षित है।*
                    *मेरा मानना है कि वक़ीलों को सुरक्षा कानून बनाकर सुरक्षित किया जाए  मगर उन डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए भी क़ानून बनाया जाए जो इलाज़ के दौरान मरीज़ों के परिजनों द्वारा ठोक पीट दिए जाते हैं।उन पत्रकारों की सुरक्षा के लिए भी क़ानून बनाया जाना चाहिए जो सच्चाई का साथ देने पर हत्या तक का शिकार बन जाते हैं। क्या उनकी सुरक्षा के लिए सरकार कोई नया कानून बनाने पर विचार कर रही है  क्या वकीलो की सुरक्षा जैसी ही सुरक्षा के लिए सरकारों कोई कानून लाना चाहती है *
                    *दोस्तों डॉक्टर्स तो फिर भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होते हैं... मगर पत्रकारों का क्या अलग अलग तरह से मजबूरियों के चलते उनकी जान हमेशा खतरे में रहती है! शहर के पत्रकार तो फिर भी कहीं ना कहीं से ताकतवर बाहुबलियों से हाथ मिला कर अपनी सुरक्षा का बंदोबस्त कर लेते हैं मगर ग्रामीण पत्रकारों को तो नाराज़ होने पर मामूली जनप्रतिनिधि ही ठिकाने लगा देता है। मैं एक पोस्ट प्रस्तुत कर रहा हूं शायद आप पत्रकारों की व्यथा को समझ पाए।*
             *आप पत्रकारों से उम्मीद करते हैं कि वो सच लिखें, अन्याय के खिलाफ़ लिखें, सत्ता से सवाल पूछें, गुंडे अपराधियों का काला चिट्ठा खोल के रख दें और लोकतंत्र ज़िंदाबाद रहे|*

*1????लेकिन पत्रकारों से कभी पूछिए उनकी सैलरी ?*
*2????कभी पूछिए पत्रकारों के घर का हाल?*
*3????कभी पूछिए उनके खर्चे कैसे चलते हैं ?*
*4????कभी पूछिएउनके बच्चों के स्कूल के बारे में?*
*5????कभी मिलिए उनके बच्चों से और पूछिए उनके कितने शौक पूरे कर पाते हैं उनके अभिभावक?*
*6????कभी पूछिए की अगर कोई खबर ज़रा सी भी इधर उधर लिख जाएं और कोई नेता, विभाग, सरकार या कोई रसूखदारव्यक्ति मांग लें स्पष्टीकरण तो कितने मीडिया हाउस अपने पत्रकारों का साथ दे पाते हैं?*
*7????कितने पत्रकारों के पास चार पहिया वाहन हैं 
*8????कितने पत्रकार दो पहिया वाहनों से चल रहे हैं 
*9????कितने पत्रकारों के पास बड़े बड़े घर हैं
*10????अपना और अपनों का इलाज़ कराने के लिए कितने  पत्रकारों के पास जमा पूंजी है 
*11????प्रिंट मीडिया के पत्रकारों का रूटीन पूछिएगा कभी, दिन भर फील्ड और शाम को ऑफिस आकर खबर लिखते लिखते घर पहुंचते पहुंचते बजते हैं रात के 11, 12, 1... सोचिए कितना समय मिलता होगा उनके पास अपने बच्चों, परिवार , बीवी, मां बाप के लिए|*
*12????आपको लगता होगा कि  पत्रकारों के बहुत जलवे होते हैं--? ऐसा नहीं है.*
*13????कभी पूछिए की अगर पत्रकार को जान से मारने कि धमकी मिलती है तो प्रशासन उसे कितनी सुरक्षा दे पाता है?*
*14????कभी पूछिए की अगर कोई पत्रकार दुर्घटना का शिकार हो जाता है और नौकरी लायक नहीं बचता तो उसका मीडिया हाउस या वो लोग जो उससे सत्य खबरों की उम्मीद करते हैं वो कितने काम आते हैं|* 
*15????और अगर किसी पत्रकार की हत्या हो जाती है तो कितना एक्टिव होता है शासन प्रशासन और कानून पुलिस…*
*16????दंगे हों, आग लग जाए, भूकंप आ जाएं, गोलीबारी हो रही हो, घटना दुर्घटना हो जाएं सब जगह उसे पहुंच कर न्यूज कवरेज करनी होती है|*
*17????कोविड जैसी महामारी में भी पत्रकार ख़ासकर फोटो जर्नलिस्ट अपनी जान पर खेल खेल कर न्यूज कवर कर रहे थे.. सोचिएगा|*
*18????गिने चुने पत्रकारों की ही मौज है बाकी ज़्यादातर अभी भी संघर्ष में ही जी रहे हैं..* 
                   *अगर किसी पत्रकार के पास अच्छा फोन, घड़ी, कपड़े,गाड़ी दिख जाए तो उसके लिए लोग कहने लगते हैं कि 'दलाली से बहुत पैसा कमा रहा है'|*
                         *भाई क्यों नहीं है हक उसे अच्छे कपडे, फोन,घर,गाड़ी इस्तेमाल करने का... सोचिएगा फिर चर्चा करेंगे|*
                 *-- ऐसे में जो पत्रकार बेहतरीन काम कर रहे हैं,जूझ रहे हैं एक एक खबर के  लिए वो न सिर्फ बधाई के पात्र हैं बल्कि उन्हें हाथ जोड़ कर प्रणाम कीजिए!!*         
                   *दोस्तों मेरा सरकार से आग्रह है कि जिस तरह जनता की आवाज़ को सहारा देने वाले वकीलों की सुरक्षा के लिए कानून बनाया जा रहा है उसी तरह राज्य के पत्रकारों को सुरक्षा के लिए भी कानून बनाया जाए। यहां आपको बता दूं कि कई राज्यों में यह कानून पहले से ही लागू है।*