मात्रभाषा का हम सदा करें सम्मान---ओजस्वी  विचार गोष्ठी का हूआ आयोजन 

हर वर्ष 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मातृभाषा दिवस मनाया जाता है। मातृभाषा का संरक्षण व हम सम्मान करते रहै। मातृभाषा के प्रति लगाव अपनापन कभी भी कम नहीं हो। यूनेस्को में मातृभाषा दिवस की घोषणा हूई है

अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस

मात्रभाषा का हम सदा करें सम्मान---ओजस्वी 

विचार गोष्ठी का हूआ आयोजन 

चितौडगढ 21 फरवरी 

ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़

  हर वर्ष 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मातृभाषा दिवस मनाया जाता है। मातृभाषा का संरक्षण व हम सम्मान करते रहै। मातृभाषा के प्रति लगाव अपनापन कभी भी कम नहीं हो। यूनेस्को में मातृभाषा दिवस की घोषणा हूई है

। अपने विचार एवं भावनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त करते रहने की कमी नहीं हो । मातृभाषा दिवस पर भारतीय बहुजन साहित्य अकादमी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन सालवी ओजस्वी ने बताया कि मातृभाषा के माध्यम से सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा दिया जाना है ।मातृभाषा के सम्मान व इसे सदेव अक्षुण अखण्ड रखने के लिए त्याग व समर्पित रहे सपूतों को हम नमन करते हैं जिन्होंने मातृभाषा के लिए अपना जीवन दिया है। अपनी अपनी मातृभाषा मधुर व मीठी होती है। सॅवाद स्थापित करने के लिए भाषा ही एक माध्यम होती है, मातृभाषा ही बचपन की शुरुआत होती है जो कि जरूरी है, 188 से अधिक देश आज के दिन मातृभाषा दिवस मना रहे हैं । इसके प्रति जन-जन में मधुरता के साथ सम्मान के साथ जागरूकता ला रहे हैं

। विभिन्न क्षेत्रों में कल्चरल से जुड़े अलग अलग कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।

इस सन्दर्भ में ऐक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमे युवा लेखक, हलधर पुस्तक के रचयिता अभिषेक डोटासरा। मजूं जडेजा , निकीता लखिणा, गिरीराज सिह, जय प्रकाश प्रजापत। 

दीपक बाटू, रतन लाल रेगर, आदि ने भाग लेते हूऐ अपने विचार वक्त किये।

मात्र भाषा दिवस पर आप सभी को मधुर बधाई एंव शुभकामनाऐ। 

मदन सालवी ओजस्वी

राष्ट्रीय अध्यक्ष 

भारतीय बहुजन साहित्य अकादमिक भारत 

चितौडगढ राजस्थान 

21-2-2023