श्रम कानूनों के अवहेलना करने पर आदित्य बिड़ला शम्भुपुरा के श्रमिकों ने प्रधानमंत्री के नाम जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन।
जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने आदित्य सीमेंट सावा- शंभूपुरा के प्रबंधकों द्वारा उनके अधिनस्थ ठेकेदारों के पास कार्यरत श्रमिकों को श्रम कानूनों के तहत मिलने वाले लाभ नहीं देकर श्रमिकों का शोषण करने और श्रम कानूनों का उल्लंघन करने आरोप लगाया है।
श्रम कानूनों के अवहेलना करने पर आदित्य बिड़ला शम्भुपुरा के श्रमिकों ने प्रधानमंत्री के नाम जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन।
चित्तौड़गढ़, 7 दिसंबर।
चित्तौड़गढ़ जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर कई श्रमिकों ने आदित्य बिड़ला ग्रुप शम्भु पुरा प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया फिर प्रधानमंत्री के नाम जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल को ज्ञापन सौंपकर श्रम कानूनों के पालना करवाएं जाने की मांग की।
जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने आदित्य सीमेंट सावा- शंभूपुरा के प्रबंधकों द्वारा उनके अधिनस्थ ठेकेदारों के पास कार्यरत श्रमिकों को श्रम कानूनों के तहत मिलने वाले लाभ नहीं देकर श्रमिकों का शोषण करने और श्रम कानूनों का उल्लंघन करने आरोप लगाया है।
श्रमिकों ने ज्ञापन में मांग कर कहा है कि अल्ट्राटेक आदित्य सीमेंट सावा शंभूपुरा के अधिनस्थ कार्यरत श्रमिकों को श्रम कानूनों के अन्तर्गत मिलने वाली सुविधाएं नही दी जा रहीं है और श्रम कानूनों का पूरी तरह से उल्लंघन किया जा रहा हैं जिसकी शिकायत प्रधान नियोक्ता अल्ट्राटेक और नियोक्ता को कई बार की गई जिसपर न्याय के विपरित उल्टा फेक्ट्री प्रबंधन ने श्रमिकों को नौकरी से निष्कासित कर दिया है।
श्रमिकों ने समस्याओं का शीघ्र निराकरण करवाने की मांग की है
श्रमिकों ने बताया कि हमसे खदान क्षेत्र, प्लांट और अन्य स्थानों पर बारह बारह घण्टों की शिफ्टों में ओवरटाइम दिए बगैर ड्यूटी ली जाती हैं इसके बाद भी साप्ताहिक अवकाश भी नहीं दिया जा रहा है जिससे श्रमिकों के साथ उनके परिजन तक शोषण का शिकार हो रहे है।
फेक्ट्री प्रबंधन द्वारा श्रमिकों का सी पी एफ नहीं काटा जाता है और वेतन स्लिप भी गलत दी जाती हैं।
श्रमिकों के नियोजन कार्ड (गेटपास) पर जो वेतन की दर दर्शाई जाती है उसके अनुरूप हमारी वेतन पर्ची नहीं दी जाती है।
फेक्ट्री प्रबंधन श्रमिकों को सवैतनिक अवकाशों का भी भुगतान नहीं कर रहा है घोषित अवकाशों के दिवस में भी श्रमिकों से कार्य लिया जाता है। श्रमिकों की ड्यूटी हेतु किसी प्रकार का शिफ्ट शेड्यूल भी नही बनाया गया है एक ही श्रमिक को पांच से छः माह तक एक ही शिफ्ट में ड्यूटी देने हेतु बुलाया जाता है। श्रमिकों को निर्धारित मजदूरी दर से भुगतान भी नहीं दी जाती है।
जिससे भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा निर्मित श्रम कानूनों का गौर उल्लंघन हो रहा है।
ज्ञापन सौंपते समय श्रमिकों में दशरथ सिंह, निलेश शर्मा, लोकेश दमामी, प्रताप सिंह, सुरेंद्र सिंह, भंवर सिंह, रणवीर सिंह, नरेंद्र सिंह, सोहन लाल, लक्ष्मण सिंह आदि श्रमिक मौजूद थे।