जिला पुलिस अधिक्षक महोदय टोंक को अन्तरराष्ट्रीय अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति, अल्पसंख्यक, ओबीसी, बुद्धिष्ट महासभा भारत ने सौंपा ज्ञापन

जिला पुलिस अधिक्षक महोदय टोंक को अन्तरराष्ट्रीय अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति, अल्पसंख्यक, ओबीसी, बुद्धिष्ट महासभा भारत ने सौंपा ज्ञापन

 निहाल दैनिक समाचार  / NDNEWS24X7

मोर, टोडारायसिंह, टोंक l ज्ञापन में लिखा गया है कि ग्राम पंचायत मोर में चारागाह भूमि को लेकर दिए गये हाईकोर्ट के आदेश पर हटाया गया अतिक्रमण वापिस किया गया अतिक्रमण को पांच दिवस में हटाने बाबत में। ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम पंचायत मोर में चारागाह भूमि को लेकर श्रवण गुर्जर द्वारा जनहित याचिका में राजस्थान हाई कोर्ट ने जिला कलेक्टर टोंक को, राजाल अतिक्रमण हटाया जाने के लिए आदेश दिया था जिस पर टोडारायसिंह व मोर प्रशासन ने ग्राम पंचायत मोर में कुछ बीघा पर अतिक्रमण हटवाया गया जिस पर वापिस अतिक्रमण कर लिया है। पूर्व में प्रशासन गाँवो के संग व जन सुनवाई में दुबारा अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ ग्रामवासियों ने ज्ञापन सोपा था जिस पर प्रशासन टोडारायसिंह ने कुछ भी कार्यवाही नहीं की। ग्राम पंचायत मोर की तन में कुकड़ पंचायत के लोगों ने कच्चे पक्के मकान बनाकर ग्राम पंचायत मोर के लोगों ने भी कच्चे ते पक्के मकान बनाकर प्लाट काटकर चारागाह भूमि में बचे जा रहे है समस्त चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हो रखा है करोब 800-900 बीघा भूमि पर कच्चे पक्के मकान बना रखे है और आवारा पशुओं को चराने के लिए‌ भी जगह नहीं बची है खसरा न. 2614 में चारागाह भूमि में सरकारी कर्मचारी होते मकान बना लिया है ग्राम पंचायत मोर प्रशासन व टोडारायसिंह प्रशासन को बार बार ग्रामीणों की और से ज्ञापन देने पर भी कोई कार्यवाही नहीं करते है और हाई कोर्ट के आदेशों को भी अवहेलना कर रहे है सरकारी एनिकट जो लाखो रुपये की लागत से बना हुआ है जिस पर भी कब्जा कर रहे है चारागाह भूमि करीव अतिक्रमण हटाने के बाद 50 बीघा भूमि में फसल की बुवाई की जा चुकी है चारागाह भूमि से अतिक्रमण धारियों द्वारा मोटी रेत (बजरी) बेचकर लाखो करोडो कमा चुके है अभी भी मोटी रेत (बजरी) को भू माफिया बेच रहे है। हटाये गए अतिक्रमण को दुबारा अतिक्रमण से मुक्त कर अवैध खनन माफिया बजरी माफिया खिलाफ पांच दिवस के भीतर सख्त से सख्त कारवाही की जाये।