कपासन की नंदिनी त्रिपाठी द्वारा गणेशपुरा (चितौड़गढ़) खुशहाल वृद्धाश्रम में बेसहारा वृद्ध बुजुर्गों की सेवा की जा रही

निहाल दैनिक समाचार पत्र

कपासन ब्यूरो चीफ शोभा लाल जाट

चित्तौड़गढ़ जिले के ग्राम गणेशपुरा में संचालित खुशहाल वृद्धाश्रम में बुधवार दिनांक 23/07/2023 को सांवरिया चिकित्सालय से डॉक्टर राजेश स्वामी (मनोचिकित्सक) का संचालिका सुश्री नंदिनी त्रिपाठी के पास फोन आया और बताया गया कि एक लावारिस महिला है जो पीड़ित है उसे मेरे द्वारा भर्ती कर दिया गया है परंतु यदि आप उसे आश्रय प्रदान करें तो एक बार आकर देख लीजिए। संचालिका के व्यस्त होने पर आश्रम की टीम के सदस्य पांडोली निवासी जानकी लाल गुर्जर और गोपाल लाल सालवी वहां पहुंचे जानकारी में पता चला कि वह बहुत ही डरी हुई और सहमी हुई है और यह तो शादीशुदा भी है शाम के समय जब संचालिका महिला मेडिकल वार्ड में पहुंची तो पता चला कि लावारिस महिला को लेबर रूम में भर्ती किया गया है, क्योंकि उसके गर्भवती होने का अंदेशा पाया गया है। संचालिका लेबर रूम पहुंची तो उस महिला को देखकर चकित रह गई क्योंकि उस महिला का व्यवहार बिल्कुल बच्चों की तरह था। रो-रोकर बस यह कह रही थी कि जीना बहुत अच्छी बच्ची है। संचालिका सोच में पड़ गई कि जिस महिला का दिमाग बच्चों जैसा है वह कैसे किसी बच्चे को जन्म देगी तभी संचालिका ने डॉक्टर से बात की और कहा कि एक बार फिर जांचें करवाये शायद नेगेटिव रिपोर्ट आ जाए क्योंकि मां और बच्चे दोनों के जीवन का सवाल है, फिर संचालिका आश्रम आ गई ।ठाकुर जी की कृपा से दिनांक 24/07/ 2023 को रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई। इस खबर के साथ संचालिका के चेहरे पर हंसी खिल उठी और और उस महिला को पुनः महिला मेडिकल वार्ड में भर्ती कर दिया गया,संचालिका उसके पास पहुंची तो उसने अपना नाम जीना बताया। जीना का मुंह पूरी तरह नहीं खुलता मुंह चिपका हुआ है परंतु वह बातचीत करती है। संचालिका के सवाल पूछने पर वह उनके गले लगकर रोने लगीं। बार-बार यही बोल रही कि जीना बहुत अच्छी बच्ची है। जीना का मुंह दबा दिया ।जीना सांस नहीं ले पा रही थी ।जीना के पैर बांध दिए और जीना के साथ चार गंदे लोगों ने गंदा काम किया। जीना भीख मांग रही थी और जीना को पकड़ कर ले गए। ये सुनकर संचालिका की आंखों में भी आंसू आ गए। और दरिंदो ने उसे कोई पहचान ना पाए इसके लिए उसके बाल काट दिए। नंदिनी त्रिपाठी ने अपने स्तर पर उसे ठीक करवाने की पूरी कोशिश करी और उसके साथ बहुत वक्त बिताया हॉस्पिटल में और अंत में अपनी टीम के सहयोग से उसे अपने साथ आश्रम ले आई। साथ ही नंदिनी त्रिपाठी वार्ड में ट्रेनिंग कर रही बहनों आरती गुज्जर, अनीता जाट, अनुराधा गाडरी को खुशहाल वृद्धाश्रम परिवार की ओर से धन्यवाद अर्पित करती है कि चाहे पेशेंट किसी भी स्थिति में हो यह तीनो सदैव मानसिक ,शारीरीक सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर रहती है।