*चित्तौड़ में अफीम तोल का काम शुरू: तुलाई के पहुंचे 11 गांवों के 322 किसान, सुबह 4 बजे से लगी लाइन।*

रिपोर्टर प्रकाश सोलंकी पीपलवास
चित्तौड़गढ़। में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के सेंकेंड डिवीजन में अफीम तोल का काम बुधवार से शुरू हो गया है। तुलाई के लिए सुबह 4 बजे से ही किसानों का आना शुरू हो गया था। अभी गम पद्धति (डोडो में चीरा लगाकर अफीम निकालकर विभाग को देना) से ही तोल किया जाएगा। इसके खत्म होने पर ही सीपीएस पद्धति (डोडो में बिना चीरा लगाए 8 इंच की डंडी के साथ सबूत डोडे विभाग को सौंपना) सेतो शुरू किया जाएगा। पहले और तीसरे डिवीजन में गुरुवार से काम शुरू होगा। पहले चरण में गम पद्धति के तीनों खंडों में लगभग 12 हजार 905 किसानों की उपज तुलेगी। पहले दिन सेकंड डिवीजन के 11 गांवों के 322 किसानों की अफीम तुलेगी। इसके लिए गाजीपुर से प्रथम और द्वितीय खंड के कंटेनर भी चित्तौड़गढ़ पहुंच गए थे। तृतीय खंड के कंटेनर नीमच से मंगवा गए थे। गाजीपुर से आए एक कंटेनर ।अफीम तुलाई का काम लगभग एक महीने तक चलेगा। वैसे तो तीनों खंडों के अलग अलग दिनों में तौल का काम खत्म होगा। गम पद्धति से तौल खत्म होने पर ही सीपीएस पद्धति का शुरू होगा। इस साल तीनों खंडों में मिलाकर करीब 15606 किसानों को पट्टे दिए थे।
इस बार मौसम फसल के अनुकूल नहीं रहा इसलिए डोडे पर चीरा लगाने से पहले से ही हंकाई की अर्जियां आने लगी थी। मौसम की मार के चलते इस बार 1188 किसानों ने अपने खेत नष्ट करवाए। कई खेत नष्ट किए जा चुके है लेकिन प्रथम और दूसरे डिवीजन में अभी भी बाकी है। अफीम इकठ्ठा करने के लिए केंद्रीय गोदाम भी चित्तौड़गढ़ में ही बनाया गया।
गाजीपुर और नीमच से पहुंचे कंटेनर
विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है। गाजीपुर से प्रथम और द्वितीय खंड के लिए कंटेनर चित्तौड़गढ़ पहुंचे चुके थे। तृतीय खंड के कंटेनर नीमच से डायरेक्ट निंबाहेड़ा पहुंचाएं गए है। विभाग ने गर्मी को देखते हुए डोम, कूलर, पंखे और पेयजल की व्यवस्था कर ली है।एसपी राजन दुष्यंत को लेटर लिखकर आर्म्स गार्ड की सुविधा मांगी गई है। फर्स्ट डिवीजन को एक हेड कॉन्स्टेबल और 4 कॉन्स्टेबल के साथ 3 टुकड़ियां दी जाएगी। इसके अलावा होम गार्ड के 1-4 की टुकड़ियां होगी। सेंट्रल गोदाम की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रथम खंड की है। वहीं, दूसरे खंड में एक होमगार्ड की टुकड़ी और एक आर्म्स गार्ड की टुकड़ी मांगी है। इसी तरह तृतीय खंड में भी आर्म्स कार्ड और होमगार्ड की एक-एक टुकड़ी मांगी है। तीनों खंडों की तहसील चित्तौड़गढ़ में तीन खंड है। पहले खंड में चित्तौड़गढ़, भदेसर, बस्सी, लसाडियां और उदयपुर की वल्लभनगर, भिंडर, कानोड़ तहसील है। द्वितीय खंड में कपासन, भूपालसागर, डूंगला, गंगरार, राशमी और उदयपुर की मावली तहसील है। तृतीय खंड में निम्बाहेड़ा और बड़ीसादड़ी तहसीलें हैं। जिले की दो तहसीलें बेगूं और रावतभाटा भीलवाड़ा खंड में है। बेगूं और रावतभाटा के किसानों का अफीम तौल सिंगोली में होगा। विभाग ने 5, 6, 10 और 12 आरी के पट्टे दिए थे।
सीपीएस पद्धति के इस बार 1954 पट्टे ज्यादा पिछली बार से इस बार सीपीएस पद्धति के 1954 पट्टे ज्यादा है। पिछली बार तीनों डिवीजन की ओर से सिर्फ 747 पट्टे ही जारी किए गए थे। लेकिन इस बार फर्स्ट डिवीजन ने 844, सेकंड डिविजन ने 507 और थर्ड डिवीजन ने 1350 सीपीएस पद्धति के पट्टे जारी किए। यानी कुल 2701 पट्टे जारी हुए । इस बार थर्ड डिवीजन का तौल तनिष्क रिसोर्ट में किया जाएगा। वहीं, फसल हंकवाने के भी आवेदन मिले है। प्रथम खंड में 514 आवेदन, द्वितीय खंड में 619 आवेदन और तृतीय खंड में 55 आवेदन आए । 20 अप्रैल तक पहुंचेगी बॉक्स वेलर मशीन विभाग की ओर से इस बार एक नवाचार किया गया है। गम पद्धति की अफीम को एक कंटेनर में रखकर वेयरहाउस में रखा जाता है। लेकिन सीपीएस पद्धति के डोडो को भी रखा जाएगा। लेकिन डोडे इस बार ज्यादा होने के कारण वेयरहाउस में जगह कम पड़ सकती है।ऐसे में विभाग को सुविधा हो और गाजीपुर ले जाने के दौरान भी तकलीफ ना हो, इस कारण से बॉक्स वेलर मशीन लगाई जा रही है। उसके लिए एक कमरानुमा एक जगह बनाई जा रही है। मशीन जयपुर से 20 अप्रैल तक चित्तौड़गढ़ आ सकती है।