*बच्ची के 10 टुकड़े कर कीर्तन में नाचा आरोपी:धार्मिक कार्यक्रम में खूब ढोल-नगाड़े बजाए; हत्यारे को फांसी की मांग।*
रिपोर्टर प्रकाश सोलंकी पीपलवास
पुलिस से ● भी नहीं डरा युवक
चित्तौड़गढ़। उदयपुर में 8 साल की बच्ची से रेप के बाद उसके 10 टुकड़े करने वाले आरोपी को अपने घिनौने कृत्य पर बिल्कुल भी पछतावा नहीं था। चौंकाने वाली बात ये है कि आरोपी 29 मार्च को बच्ची की हत्या के बाद घर के पास ही स्थित मंदिर में चल रहे भजन कीर्तन में भी पहुंचा था। वह बच्ची के शव को बिस्तर में छिपाकर कीर्तन में पहुंचा था। एडवोकेट और पीड़िता के गांव के रहने वाले अमित पालीवाल ने बताया- रात करीब 1 बजे तक वह मंदिर में ही रहा। भजन संध्या में बड़े आराम से नाच रहा था। घटना के दो दिन बाद 31 मार्च को गांव में खाकल देवजी बावजी के धार्मिक कार्यक्रम में भी आरोपी कमलेश शामिल हुआ था। यहां आरोपी ने खूब ढोल नगाड़ा बजाया था, लेकिन जब 1 अप्रैल को पुलिस ने पकड़ा तो ग्रामीणों के होश उड़ गए। उन्हें एक बार भी आरोपी की इस करतूत पर विश्वास नहीं हो रहा था।पुलिस गिरफ्त में आरोपी कमलेश उसके पिता रामसिंह का भी पुलिस ने हत्याकांड में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। भाजपा नेता और मावली पूर्व सरपंच कुलदीप सिंह चुंडावत ने बताया- जब पुलिस बच्ची को तलाशने पहुंच रही थी। तब भी वह घबराया नहीं, बल्कि पुलिस के साथ बच्ची को ढूंढने का नाटक करने लगा था। मैं भी उस क्षेत्र में गया तो हमारे साथ मौजूद रहा। उदयपुर में आदिवासी समाज का प्रदर्शन इस निर्मम हत्या के मामले में आरोपी को फांसी दिलाने की मांग को लेकर बुधवार सुबह करीब 11 बजे आदिवासी समाज ने उदयपुर कलेक्ट्रेट पर बड़ा प्रदर्शन किया। आक्रोशित युवाओं ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कई युवा यहां बेटी बचाओ और रेपिस्ट को फांसी दो जैसे संदेश लिखी तख्तियां लिए खड़े थे। *उदयपुर कलेक्ट्रेट पर आदिवासी समाज का प्रदर्शन।* समाज के खेमराज खराड़ी ने बताया- जो बच्ची भैया कहती थी आरोपी ने उसी के साथ शर्मनाक और घिनौना कृत्य किया। ऐसे रेपिस्ट को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिलनी चाहिए। पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। समाज के शंभूलाल गमेती ने बताया कि आदिवासियों के साथ अत्याचार नहीं रुक रहे हमारे समाज का हनन हो रहा है। आरोपी को फांसी मिलने पर ही पीड़ित परिवार को न्याय मिल पाएगा। सभी आरोपी गिरफ्तार, 7 दिन बाद जागा राज्य बाल संरक्षण आयोग 29 मार्च को हुई इस घटना में सभी तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। वहीं राज्य बाल संरक्षण आयोग ने इस मामले में जांच कमेटी गठित की है। जो मौके पर जाकर निरीक्षण करेगी। इसको लेकर आयोग सदस्य राजीव मेघवाल बुधवार सुबह 11 बजे मावली में घटना स्थल पर पहुंचे।क्या है मामला 29 मार्च को कमलेश ने गांव की 8 साल की बच्ची के साथ रेप किया। इसके बाद उसके 10 टुकड़े कर दिये। मां किशन कुंवर और पिता रामसिंह घर पहुंचे तो उन्होंने भी कमलेश का साथ दिया। लाश को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया। आखिर 1 अप्रैल को बच्ची का शव घर के पास खंडहर में मिला। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया था। पुलिस गिरफ्त में आरोपी कमलेश बेशर्मों की तरह मुस्कुराता रहा। पुलिस हत्या की जिम्मेदार: बिश्नोई मामले में आप पार्टी की प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष गायत्री बिश्नोई ने कहा- पुलिस ने 4 दिन तक परिजनों की रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं। इतनी निकम्मी और ढीले काम के साथ काम करने वाली पुलिस हत्या की जिम्मेदार है। मैं सीएमओ मांग करती हूं कि इस केस को फास्ट ट्रैक पर रखा जाए। हूं आरोपियों को कड़ी सजा मिले और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए। ताकि प्रदेश में ऐसी घटना दोबारा नहीं हो।