बड़ी सादड़ी के आनंदधाम श्रीराम द्वारा चौक से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो से पूरे शहर में गुजरी रामधुन, समाज में स्नेह एवं सद्भावना के वातावरण का निर्माण करती रामधुन ;

बड़ी सादड़ी नगर में श्री सिद्ध पंचमुखी बालाजी सेवा संस्थान द्वारा प्रति रविवार रामधुन के क्रम में 80 वीं रामधुन प्रातः 6:30 बजे आनंदधाम श्रीराम द्वारा चौक से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए आतर पर स्थित बाबा रामदेव जी के मंदिर पर पहुंची ।रामधुन में बालक, बालिका, मातृशक्ति, वरिष्ठ एवं युवा सहित लगभग 600 संख्या उपस्थित रही। रामधुन का मंदिर पर पहुंचने पर सालवी समाज के द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। मंदिर का प्रबंध एवं संचालन सालवी समाज के द्वारा किया जाता है

बड़ी सादड़ी के आनंदधाम श्रीराम द्वारा चौक से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो से पूरे शहर में गुजरी रामधुन, समाज में स्नेह एवं सद्भावना के वातावरण का निर्माण करती रामधुन ;

बड़ी सादड़ी के आनंदधाम श्रीराम द्वारा चौक से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो से पूरे शहर में गुजरी रामधुन, समाज में स्नेह एवं सद्भावना के वातावरण का निर्माण करती रामधुन ;

वरिष्ठ एवं युवा सहित लगभग 600 संख्या रही उपस्थित ....

रामसिंह मीणा रघुनाथपुरा

2जुलाई

बड़ी सादड़ी नगर में श्री सिद्ध पंचमुखी बालाजी सेवा संस्थान द्वारा प्रति रविवार रामधुन के क्रम में 80 वीं रामधुन प्रातः 6:30 बजे आनंदधाम श्रीराम द्वारा चौक से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए आतर पर स्थित बाबा रामदेव जी के मंदिर पर पहुंची ।रामधुन में बालक, बालिका, मातृशक्ति, वरिष्ठ एवं युवा सहित लगभग 600 संख्या उपस्थित रही। रामधुन का मंदिर पर पहुंचने पर सालवी समाज के द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। मंदिर का प्रबंध एवं संचालन सालवी समाज के द्वारा किया जाता है

।इस मंदिर से आसपास के अनेकों गांव जुड़े हुए हैं। मंदिर पर रामधुन के भक्तों एवं सभी ग्रामवासियों ने मिलकर सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया एवं आरती का लाभ लिया। इसके पश्चात समाज के कोषाध्यक्ष जगन्नाथ जी सालवी एवं अध्यक्ष कन्हैया लाल जी सालवी ने पधारे सभी भक्तों का आभार व्यक्त किया एवं संपूर्ण समाज की ओर से आश्वासन दिया कि भविष्य में भी बालाजी संस्थान के सभी कार्यों में समाज का सहयोग मिलता रहेगा। जगन्नाथ जी सालवी ने मंदिर के प्राचीन इतिहास की जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर 250 से अधिक वर्षों पुराना है ।मंदिर नगर से थोड़ी दूरी पर होने के पश्चात भी माताओं ,बहनों, बालकों के उत्साह में कोई कमी नहीं थी। धर्म सभा के पश्चात सभी को प्रसाद का वितरण किया गया। व्यवस्थाओं मेंजगन्नाथ कुकड़वाल, कन्हैया लाल नोगाया, रामचंद्र सांचोरिया, शंकर कतिरिया, मूलचंद पचारिया, भंवर लाल काईलीवाल, मोहनलाल काइलीवाल, धन्नालाल पचारिया, जगन्नाथ बरोला, भागीरथ नरेर, उदयलाल नरेर, गोपाल मुनिया, रामप्रसाद पचारिया, चंदन चौहान, देवेंद्र गहलोत, पिंटू कतिरिया, बद्रीलाल पचारिया, सुनील कुकड़वाल, प्रह्लाद मुनिया, मोनू बरोला, राजू बरोला, भेरूलाल पपरालिया, ललित कुमार, मंदिर पुजारी अनिल वैरागी का सहयोग रहा।बालाजी संस्थान की ओर से सीए जितेंद्र भारद्वाज ने शानदार व्यवस्थाओं के लिए मंदिर प्रबंध समिति एवं ग्राम वासियों का आभार व्यक्त किया। अगली रामधुन विवेकानंद स्कूल के समीप स्थित सोलंकीयो के भेरुजी के मंदिर पर रहेगी।