सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए राम बाण आसन है गोमुखासन : योगाचार्य मेनारिया
बड़ीसादड़ी उपखंड के निकटवर्ती महूडा गांव के योगाचार्य शम्भु लाल मेनारिया ने यौगिक आसनों में गोमुखासन की जानकारी देते हुए कहा की गोमुखासन एक संस्कृत का शब्द है, जो दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है। पहला शब्द “गौ” का अर्थ “गाय” है और दूसरा शब्द “मुख” का अर्थ “मुंह” है।

सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस के लिए राम बाण आसन है गोमुखासन : योगाचार्य मेनारिया
राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा
30मई
बड़ीसादड़ी उपखंड के निकटवर्ती महूडा गांव के योगाचार्य शम्भु लाल मेनारिया ने यौगिक आसनों में गोमुखासन की जानकारी देते हुए कहा की गोमुखासन एक संस्कृत का शब्द है, जो दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है। पहला शब्द “गौ” का अर्थ “गाय” है और दूसरा शब्द “मुख” का अर्थ “मुंह” है।
इस आसन का मतलब गाय के मुंह के समान होता है। इसे अंग्रेजी में काऊ फेस पोज के नाम से जाना जाता है। योगाचार्य मेनारिया ने कहा की गौ शब्द का अर्थ प्रकाश भी होता है। इस आसन में जांघें और दोनों हाथ एक छोर पर पतले और दूसरे छोर पर चौड़े होते हैं, जिसके कारण वो गाय के मुख के समान दिखाई देते हैं। यह हठ योग में की श्रेणी में सबसे प्रचलित आसन है। इस आसन को करने में व्यक्ति की स्थिति गाय के समान दिखाई देती है। योग का यह आसन करने में बहुत ही सरल है। गोमुखासन महिलाओं के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। वजन को कम करने के लिए और अपने शरीर को सुंदर बनाने के लिए यह आसन बहुत ही फायदेमंद होता है। गोमुखासन हमारे कंधों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।