मीरा की नगरी में मीरा डोली का हो रहा तिरस्कार भरे बाजार,पर्यटकों की नजरों मे उड़ रही धज्जियां, जिले कि छवी हो रही धूमिल
चित्तौड़गढ़ जिले के कलेक्ट्रेट चौराहे पर लगी मीराबाई की झांकी के हालात हो रहे बद से बदतर इसी समय 1200000 रुपए में दिल्ली की एक कंपनी द्वारा यह झांकी सजाई गई थी जिसमें चित्तौड़गढ़ की मीराबाई का सचित्र वर्णन था
मीरा की नगरी में मीरा डोली का हो रहा तिरस्कार भरे बाजार,पर्यटकों की नजरों मे उड़ रही धज्जियां, जिले कि छवी हो रही धूमिल
पत्रकार ओम जैन/ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़
चित्तौड़गढ़ जिले के कलेक्ट्रेट चौराहे पर लगी मीराबाई की झांकी के हालात हो रहे बद से बदतर इसी समय 1200000 रुपए में दिल्ली की एक कंपनी द्वारा यह झांकी सजाई गई थी जिसमें चित्तौड़गढ़ की मीराबाई का सचित्र वर्णन था
प्राप्त जानकारी अनुसार शक्ति और भक्ति त्याग और बलिदान की पावन नगरी चित्तौड़गढ़ जिले के कलेक्ट्रेट के बाहर परिसर में जहां एक और महात्मा गांधी की दांडी यात्रा की प्रतिमा लगी हुई है तो वही मेन गेट के दूसरी ओर मिरा भाई की डोली का सचित्र प्रतिमा लगी हुई है जो फाइबर की बनी हुई है किसी समय नगर परिषद द्वारा दिल्ली की एक कंपनी द्वारा 1200000 रुपए का खर्चा करके यहां पर यह झांकी सजाई गई थी लेकिन उसकी देखरेख सही नहीं होने के कारण कई मूर्तियों के हाथ टूटे हुए तो किसी के पैर जब यहां आने जाने वाले पर्यटक बाहर के इन मूर्तियों को देखते हैं तो जहां तक हम सोचते हैं उनकी हंसी रोके नहीं रुकती होगी और चित्तौड़गढ़ जिले की जो मीराबई का गढ है उसके प्रति इन पर्यटकों के मन में क्या आता होगा इससे हम सब भलीभांति परिचित है
इससे तो ज्यादा बेहतर होगा कि यदि नगर परिषद इनकी देखरेख नहीं कर सकती तथा इनकी मरम्मत नहीं करवा सकती तो इनको इस स्थान से बिल्कुल हटा देना चाहिए ताकि चित्तौड़गढ़ हंसी का पात्र ने बने
संपूर्ण घटनाक्रम को निहाल दैनिक समाचार पत्र ब्यूरो चीफ एम के जोशी ने किया है अपने कैमरे में कैद विथ स्वयं बाइट के साथ और पोर्टल पर किया सांझा ताकि कि उच्च अधिकारियों तथा आमजन तक यह मामला पहुंच सके तथा जल्द से जल्द नगर परिषद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संज्ञान में ले सके