संसार के समस्त सुख गौ सेवा से मिलते हैं- साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती
रिपोर्टर - बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा
18 अप्रैल
बड़ीसादड़ी
संसार के समस्त सुख गौसेवा से मिलते हैं। यह विचार उपखंड के बोहेड़ा गांव में चल रही सात दिवसीय गोकृपा कथा में साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने बड़ी संख्या में गौ भक्तों के समक्ष व्यक्त किए। गौ भक्तों को संबोधित करते हुए साध्वी सरस्वती दीदी ने कहा कि गौमाता में संसार के समस्त सुख देने का सामर्थ्य होता है। इस दुनिया में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो आज दुखी नहीं है। साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि एक दिन के बच्चे से लगाकर 99 साल के बुजुर्ग व्यक्ति भी आज किसी न किसी कारण से दुखी जरूर है। यह दुख सिर्फ गौ माता की सच्चे भाव से सेवा करने से दूर हो सकते हैं। साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने कहा कि आज हमारा जो भी अस्तित्व है। वह सब गौ माता की कृपा से है। आज के युग में हमें गौ माता का महत्व हर हाल में समझना होगा। साध्वी सरस्वती दीदी ने गौभक्तों को कहा कि गोमूत्र एवं पंचगव्य से आज मनुष्य के बड़े से बड़े रोग ठीक हो रहे हैं। गोमूत्र एवं पंचगव्य की सार्थकता आज वैज्ञानिक कसौटी पर भी खरी उतर चुकी है। साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने हर घर में एक गौमाता रखने की प्रेरणा दी। साध्वी सरस्वती दीदी ने बड़ी गंभीरता के साथ कहा कि हम गाय को पालते हैं जबकि वास्तविकता यह है कि गाय हमें पालती है। शास्त्रों में गौ माता का दूध मां के दूध के समान गुणकारी बताया गया है। आज हमने गाय एवं नंदी को रखना ही बंद कर दिया है। इसी का दुष्परिणाम यह आ रहा है कि अब हमारी बहू बेटियों में बांझपन की समस्या बढ़ रही है। पहले गाय माता की सेवा करते समय एवं गोबर उठाते समय गोमाता और नंदी बाबा के मूत्र की गंध से स्त्रियों में संतान उत्पन्न करने में बाधक तत्व खत्म होकर शरीर रोग मुक्त हो जाता था। जिससे ऐसी सेवा करने वाली महिलाएं संतान सुख से कभी वंचित नहीं रहती थी। गौमाता हमें दूध तो देती ही है, साथ ही पूत भी देती है। साध्वी दीदी ने जिन महिलाओं को शादी के बाद भी लंबे समय तक संतान का सुख नहीं मिलता है। वे अगर घर में गाय रखकर सच्चे भाव से गौ माता की सेवा करे तो उन्हें भी संतान का सुख प्राप्त हो जाता है। गौ माता की पूरे भाव के साथ सेवा करने से घर में सुख, शांति एवं समृद्धि भी बढ़ती है। साध्वी निष्ठा गोपाल सरस्वती दीदी ने कहा कि सद्गुरु एवं गौ माता के आशीर्वाद से हमारा जीवन संवर जाता है। गाय का महत्व बताते हुए साध्वी सरस्वती दीदी ने कहा कि राजा दिलीप गौ माता को शेर के हमले से बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने को तैयार हो गए थे। राजा दिलीप ने शेर से गाय का भक्षण नहीं कर, उन्हें खा लेने का निवेदन किया। वहीं आज इंसान की इंसानियत खत्म होती दिख रही है। हमारा जीवन बनाने वाली गौ माता को ही इंसान द्वारा कत्ल खानों में काटा जा रहा है। इंसान की दया धीरे-धीरे कम होती जा रही है। इसी वजह से इंसान दुखी होता जा रहा है। गौ माता की सेवा से संसार के समस्त दुख दूर होकर हमें आनंद की अनुभूति होती है। आज वैज्ञानिक इस बात को बता रहे हैं कि गौ माता की सेवा व उसके निकट रहने और स्पर्श मात्र से अवसाद जैसे रोग तक दूर हो जाते हैं। निष्ठा गोपाल दीदी ने देशी गौमाता की पहचान बताते हुए हुए कहा कि देसी गौ माता के कंधे पर शिवलिंग जैसा उभरा हुआ भाग एवं गले में झालर लटकी होती है। देशी गौ माता जब बोलती है तो मां का उच्चारण सुनाई देता है। हमें विदेशी गायों की बजाए देसी गौ माता को पालना चाहिए। जर्सी एवं हॉलिस्टन गाय का दूध हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालता है। जबकि हमें देशी गौ माता का दूध स्फूर्ति के साथ आरोग्यता भी प्रदान करता है। साध्वी सरस्वती दीदी ने गोमूत्र को गंगा जल से भी पवित्र बताया। साध्वी ने कहा कि गोमूत्र एवं पंचगव्य में मनुष्य के अनेक गंभीर रोगों को ठीक करने की शक्ति विद्यमान होती है। गोकृपा कथा आयोजन समिति के बाबूलाल पोरवाल व कृष्णार्जुन "पार्थभक्ति" ने गोकृपा कथा में आने वाले समस्त गौ भक्तों के प्रति आभार जताया और बताया कि बांसी ग्राम पंचायत में स्थित नालेश्वर महादेव मंदिर के पास इस जिले की सबसे बड़ी गौशाला गो भक्तों द्वारा बनाना प्रस्तावित है। "पार्थभक्ति" ने कथा में आने वाले सभी गौभक्तों को प्रस्तावित गौशाला हेतु सहयोग एवं समर्पण की विनम्र अपील भी की। गोकृपा कथा आयोजन समिति के राजकुमार पुष्करणा ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर के पंचायत भवन परिसर में प्रतिदिन सायं 7 बजे से रात 10 बजे तक कथा का वाचन किया जा रहा है। आयोजन समिति के पूरण दास वैष्णव ने गौकृपा कथा में क्षेत्र के लोगों को अधिक से अधिक संख्या में पधारने का निवेदन किया है। बता दें कथा में सर्व समाज सहित नगर के सभी समाज बंधु, युवा, माता - बहने व आस - पास के गावों से सैंकड़ों की संख्या में गौभक्त उपस्थित थे। गांव के सभी लोग कथा में भरपूर सहयोग प्रदान कर रहे हैं। कथा के बीच - बीच में गाए जा रहे सुंदर भजनों पर महिलाएं नृत्य करती दिखी। रोज कथा का धेनु टीवी चैनल, यूट्यूब व फेसबुक आदि पर सीधा प्रसारण किया जा रहा है। कथा में बड़ी संख्या में गोभक्त कथा सुनने के लिए आ रहे हैं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गोकृपा कथा आयोजन समिति के कार्यकर्ता मौजूद थे। कथा में आरती के बाद आयोजन समिति की ओर से सभी गौभक्तों को प्रसाद का वितरण किया गया। आज का प्रसाद बोहेड़ा महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय के प्रधानाचार्य भूपेंद्र कुमार भंडारी की ओर से वितरित किया जायेगा।