जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

(दिलखुश टाटावत)
देवली। जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के माशी व टोरडी सागर बांध से रबी वर्ष 2024-25 की फसल के लिए सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने को लेकर जल वितरण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में कमांड क्षेत्र के किसान एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। बैठक में जिला कलेक्टर ने बांध की नहरों को खोलने को लेकर जल उपयोक्ता संगम एवं किसानों से सुझाव मांगे किसानों की राय के अनुसार मांशी बांध की नहर को 18 नवंबर एवं टोरडी सागर बांध की नहर 20 नवंबर को खोले जाने का निर्णय लिया गया। जिला कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता देवानंद से माशी बांध की नहरों की मरम्मत व सफाई की जानकारी लेते हुए इसे शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए, ताकि टेल तक पानी सुलभ रूप से पहुंच सके। अधिशाषी अभियंता ने बताया कि माशी बांध की नहरों के मरम्मत व सफाई कार्य को 15 नवंबर तक पूर्ण कराने के प्रयास किए जा रहे है। जिला कलेक्टर ने अधिशाषी अभियंता को निर्देश दिए कि टोरडी सागर बांध की नहरों की मरम्मत व सफाई कार्यों के तहत मीडिल कैनाल की 0 से 200 चैन पर 20 नवंबर से पूर्व मरम्मत कार्य पूर्ण करवा लिया जावे। साथ ही, नहर संचालन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस विभाग जाब्ता उपलब्ध कराएंगे। नहरों पर काश्तकारों द्वारा लगाए गए अवैध इंजनों को हटाने की जल संसाधन विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जाए। माशी बांध की वर्तमान स्थिति जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि मांशी बांध का गेज 10 फिट है। जिससे टोंक जिले के पीपलू तहसील के 29 गांवों की 6 हजार 985 हेक्टर भूमि की सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस क्षेत्र का इरिगेटेड एरिया 4 हजार 890 हेक्टेयर है। इस परियोजना की मुख्य नहर 42.18 किमी एवं 9 माईनर सिस्टम की कुल लंबाई 28.65 किमी है। वर्तमान में मांशी बांध पूर्ण भरा हुआ है पानी उपलब्धता के दृष्टिगत सिंचित क्षेत्र में मुख्य नहर चेन 1406 कुल 42.18 किमी तक (टेल तक) के काश्तकारों को जल उपलब्ध कराया जा सकता है। टोरडी सागर बांध की वर्तमान स्थिति
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि इस वर्ष बांध में पूर्ण भराव 30 फिट है जो कुल क्षमता का 96.23 प्रतिशत है। टोरडी सागर बांध की चैन 35 से कुल तीन नहरे निकलती है। परियोजना की साउथ केनाल 26.76 किमी, मिडिल केनाल 16.95 किमी एवं नॉर्थ केनाल 24.39 किमी है। परियोजना पर कुल 18 माईनर है जिसकी कुल लम्बाई 80.61 किमी है। साउथ केनाल डिस्चार्ज 110 क्यूसेक, मिडिल केनाल डिस्चार्ज 130 क्यूसेक व नॉर्थ केनाल डिस्चार्ज 100 क्यूसेक है। कमांड एरिया की 9960 हेक्टर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है।