मामला दर्ज, पोस्टमार्टम के लिए नहीं राजी हुए लोग, तीन मांगो पर अड़े लोग

मामला दर्ज, पोस्टमार्टम के लिए नहीं राजी हुए लोग, तीन मांगो पर अड़े लोग

(दिलखुश टाटावत)
देवली। शहर के पेट्रोल पंप चौराहे से 29 नवंबर को लापता हुए युवक दिनेश योगी का शव सोमवार शाम बनास नदी में मिल गया। इस दौरान शव को पुलिस ने राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रख दिया। लेकिन मंगलवार सुबह योगी (नाथ) समाज के लोग एवं परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं हुए।  वही मृतक दिनेश योगी की पत्नी आरती निवासी हनुमान नगर, देवली ने मारपीट कर हत्या की नियत से बनास नदी में फेंकने का आरोप लगाया है। उक्त रिपोर्ट में मृतक दिनेश योगी की पत्नी आरती ने बताया कि उनके पति दिनेश कुमार योगी प्रेम नगर हनुमान नगर में रहते हैं। गत 29 नवंबर को उनके पति बाजार में सामान लेने गए थे। जहां पेट्रोल पंप चौराहा से सुरेश मीणा निवासी पोल्या के कहने पर दिनेश अपनी स्कूटी एक्टिवा से अजमेर बाईपास रॉयल होटल नॉनवेज पर चले गए। जहां पहले से मौजूद पर्वत सिंह मीणा, दिनेश मीणा, कमल मीणा निवासी सावंतगढ़ एवं दिनेश का साला व तीन चार अन्य लोग बैठे थे। जिन्होंने पीड़िता के पति और सुरेश मीणा के साथ मारपीट की। रिपोर्ट में बताया कि जहां से वे दोनों अपनी जान बचाकर पेट्रोल पंप चौराहे आए। इसके बाद उसी दिन शाम 6 बजे के करीब सुरेश मीणा पेट्रोल पंप चौराहे पर उतर गया। लेकिन दिनेश योगी का कोई पता नहीं लगा। मामले में अगले दिन मृतक की पत्नी ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। प्रार्थी आरती योगी ने अंदेशा जताया कि उक्त लोगों ने उसके पति दिनेश योगी को नेगड़िया पुलिया पर ले जाकर मारपीट की और नदी में फेंक दिया। जिससे मौत हो गई। इससे नाराज नाथ समाज के लोगों ने पोस्टमार्टम करने से इनकार कर दिया। हालांकि रिपोर्ट में मारपीट की जगह हनुमान नगर इलाका बताई है। लेकिन परिजनों की मांग पर देवली पुलिस ने मामला दर्ज किया है।


एसडीओ के समक्ष रखी विभिन मांगे

पोस्टमार्टम नहीं करने की सूचना पर उपखंड अधिकारी देवली मनोज कुमार मीणा राजकीय चिकित्सालय पहुंचे। जहां गोरक्षनाथ संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पप्पू नाथ और नृसिंह समेत लोगों ने मांग बताई। उन्होंने मृतक के परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी देने एवं आश्रितों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की। इसे लेकर समाज के लोगों ने उपखंड अधिकारी को मांग पत्र भी सौपे। इस दौरान देवली थाना प्रभारी राजकुमार नायक मौजूद थे। जिन्होंने भी लोगों से समझाईश की। फिलहाल 2 बजे तक समाज के लोग पोस्टमार्टम के लिए राजी नहीं हुए।