देश की उन्नति और अच्छे रत्नों के लिए हजारेश्वर महादेव मंदिर में हुआ सहस्त्रधारा अभिषेक।
सावन के अंतिम सोमवार के उपलक्ष में शहर में स्थित हजारेश्वर महादेव मंदिर में सहस्त्रधारा अभिषेक का आयोजन किया गया। देश के विकास और प्रदेश में अच्छे पेड़ों की कामना को लेकर यहां अभिषेक हुआ। इसमें बड़ी संख्या में आश्रम ने भाग लिया। शुभ मुहूर्त में सहस्त्रधारा अभिषेक आज शाम तक प्रारंभ हुआ। बाद में महाआरती का आयोजन किया गया।

देश की उन्नति और अच्छे रत्नों के लिए हजारेश्वर महादेव मंदिर में हुआ सहस्त्रधारा अभिषेक।
संवादाता मुकेश कुमार जोशी चित्तौड़गढ़
सावन के अंतिम सोमवार के उपलक्ष में शहर में स्थित हजारेश्वर महादेव मंदिर में सहस्त्रधारा अभिषेक का आयोजन किया गया। देश के विकास और प्रदेश में अच्छे पेड़ों की कामना को लेकर यहां अभिषेक हुआ। इसमें बड़ी संख्या में आश्रम ने भाग लिया। शुभ मुहूर्त में सहस्त्रधारा अभिषेक आज शाम तक प्रारंभ हुआ। बाद में महाआरती का आयोजन किया गया।
जानकारी में सामने आया कि सावन मास का इस बार विशेष महत्व है। अधिक मास होने के कारण सावन माह दो माह तक रहेगा। प्रतिदिन डायनासोर में विशेष पूजा-अर्चना होती है। सावन माह के आखिरी सोमवार को भी विशेष पूजा-अर्चना की गई। सुबह से ही अभिषेक शुरू हुवे। दुर्ग स्थित नीलकंठ महादेव, खरड़िया महादेव मंदिर सहित विभिन्न स्थानों पर पूजा-अर्चना की गई। शहर में हजारोंश्वर महादेव मंदिर में श्री महंत चंद्रभारती महाराज के निर्देशन में सहस्त्रधारा अभिषेक का आयोजन किया गया। इसमें राजस्थान, गुजरात, पंजाब आदि स्थानों के अवशेष शामिल हैं। यहां पर पांच किलो देशी घी, 2 किलो देशी घी, 1 किलो देशी घी, 1 किलो देशी घी, 1 किलो देशी घी, 31 किलों चरणामृत से अभिषेक किया गया। कार्यक्रम को लेकर श्री महंतभारती महाराज ने बताया कि आज परमपिता भगवान की सर्वस्व कृपा हो रही है। 1108 धारा के भगवान शिव को नहलाया जा रहा है कि प्रभु पूरे राजस्थान में बारिश कर दे। पुराने जमाने की मेहरबानी हो और किसान सक्षम हो जाएं। किसानों के घर में सुख शांति और समृद्धि कर दे। भारत वर्ष में सुख, शांति और समृद्धि हो। अभी प्रधानमंत्री मोदी ने को कर के दिखाया है, इसी प्रकार परमपिता भगवान इतना आनंद देते हैं। सुख शांति समृद्धि हो, हथियार का नाश हो, यही ईश्वर से प्रार्थना की जा रही है।