कोमी एकता ईद मिलन समारोह कैथून कस्बे मे आयोजित किया

मुशायर एवं कवि सम्मेलन मे शायरो व कवियो ने दिया एकता का सन्देश ! खुब जमा मुशायरा  सामाईन खिल खिला उठे

कोमी एकता ईद मिलन समारोह कैथून कस्बे मे आयोजित किया

 कोमी एकता ईद मिलन समारोह कैथून कस्बे मे आयोजित किया

ब्यूरो चीफ एम के जोशी चित्तौड़गढ़

मुशायर एवं कवि सम्मेलन मे शायरो व कवियो ने दिया एकता का सन्देश ! खुब जमा मुशायरा 

सामाईन खिल खिला उठे

     मेहफिले मुशायरा 

  कोटा 7 मई कैथून कस्बे मे गादीगाल बाबा मंलग शाह मेहफिल खाने मे जनवादी लेखक संघ के माध्यम से अब्दुल हमीद हैरा के नेतृत्व मे कोमी एकता कवी सम्मेलन एवं मुशायरा ईद मिलन समारोह रखा गया जिसकी सदारत सुफी बाबा अमीर सरवाडी वरिष्ठ शायर सुफी बाबा साबिर हुसैन साबीर साहब ने की रावत भाटा निजामत संचालन हनीफ आशिक ने किया !

कोटा बारा रावतभाटा ओर कैथून कस्बे के शायर साहित्यकारो ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश किये !

विशेष अतिथि पार्षद मकसूद मुन्ना व मास्टर हाजी अब्दुल वहीद अंसारी न्यू फेशन टेलर वालो का गुल फोशी कर इस्तकबाल सम्मान किया गया !

सामाजिक कार्यकर्ता प्रेस प्रवक्ता कवी शायर पूर्व पार्षद उमर सी आई डी ने अतिथियों के सम्मान मे यह कलाम पढ़ा !

मेरे मोला तू मेरी लाज़ रखना !

कल रखी ओर आज रखना !

सर पर सलामत हमेशा 

यह इज्जत का ताज रखना !

हालाते हाजरा पर भी यह पढ़ा 

   वक़्त नाजुक है 

ज़रा संभल कर रहना !

ओ मेरी बहना ओ मेरी बहना 

ओ मेरी बहना !

हर तरहफ राज है 

 शैतान का शैतान से क्या है कहना !

वक़्त नाजुक है वक़्त नाजुक है ज़रा संभल कर रहना !

ईद तो ईद है इस ईद का क्या कहना !

यह तो चली जाएगी कल 

   हमको है मिलकर रहना !

सभी ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश किये !

देर रात तक यह मेहफिले मुशायरा चलता रहा !