भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान मध्य प्रदेश का हल्ला बोल 25 दिसंबर दिल्ली चलो
अफीम नीति 2022 -23 अन्याय पूर्ण ही नहीं किसान विरोधी भी है 2008 से 2022 आंदोलन कर रहे किसानों ने हम में से किसी ने भी सीपीएस नहीं मांगा था। हम पर अन्याय पूर्ण तरीके से सीपीएस थोपा जा रहा है सीपीएस पद्धती हम पर नहीं थोप कर 1997 -98 अफीम खेती कर चुके सभी किसानों को लुवाई चिराई
भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान मध्य प्रदेश
प्रेस विज्ञप्ति
25 दिसंबर दिल्ली चलो
अफीम नीति 2022 -23 अन्याय पूर्ण ही नहीं किसान विरोधी भी है 2008 से 2022 आंदोलन कर रहे किसानों ने हम में से किसी ने भी सीपीएस नहीं मांगा था। हम पर अन्याय पूर्ण तरीके से सीपीएस थोपा जा रहा है सीपीएस पद्धती हम पर नहीं थोप कर 1997 -98 अफीम खेती कर चुके सभी किसानों को लुवाई चिराई के अफीम पट्टे दिए जाए
अफीम नीति में संशोधन किया जाए और इतना ही नहीं मार्फिन किसान के हाथ में नहीं मार्फिन की आड़ में किसानों को बहुत वर्षों से लूट मचाई जा रही है मार्फिन का पारदर्शी सोलूशन निकाला जाए और अफीम का अंतरराष्ट्रीय मूल्य ₹100000 प्रति किलोग्राम है तो हम किसानों ₹25000 प्रति किलोग्राम अफीम का मूल्य न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित कर किसानों को संबल प्रदान किया जाए।
राजस्थान मध्य प्रदेश अफीम खेती से जुड़े सभी किसानों को गांव-गांव डोर टू डोर संपर्क किया जा रहा है और अधिक से अधिक किसान दिल्ली जंतर मंतर पहुंचकर भारत सरकार को पारदर्शी अफीम खेती नीति 2022 -23 को संशोधित करने का ज्ञापन प्रधानमंत्री महोदय वित्त मंत्री महोदय वित्त राज्य मंत्री महोदय महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन प्रेषित करेंगे।
मांगीलाल मेघवाल बिलोट किसान पुत्र शिक्षक संरक्षक भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान मध्य प्रदेश